कलावृत्त की “राष्ट्रीय समसामयिक लघु चित्रण” की ऑनलाइन 10 दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। परम्परागत शैलियों की तकनीक को आधार बनाकर समसामयिक विषयों का सृजन करते देश के अलग अलग राज्यों के 61 चित्रकार ने अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति को चित्रित किया।
जयपुर 15 नवम्बर | प्रतिष्ठित कला संस्था कलावृत्त द्वारा राजस्थान ललित कला अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में विख्यात चित्रकार एवं मूर्तिकार कलागुरु डॉ. सुमहेन्द्र को समर्पित कार्यशाला का आज समापन हो गया। कार्यशाला के चतुर्थ संस्करण में देशभर के 61 चयनित चित्रकारों ने अपने-अपने स्टूडियो में समकालीन विषयों, घटनाओं पर आधारित चित्रण कर अपनी अभिव्यक्ति को रेखांकित किया।
कलावृत्त के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि लघु चित्रण को नए आयाम देते हुए समसामयिक घटनाओं के विषय-प्रधान चित्रण के उद्देश्य से यह विशेष कार्यशाला हर वर्ष 2 से 12 नवम्बर को आयोजित की जाती है, मेरा मानना है कि हमारी विश्वप्रसिद्ध कला शैलियों की तकनीक को आधार बनाकर युवा चित्रकार अपने सृजन के लिए नई विधा को जन्म दे सकते है और कला क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान भी बना सकते है। आधुनिक और अमूर्त कला के प्रभाव बहुत अधिक बढ़ गया जिससे हमारी विश्व प्रसिद्ध कला शैलीयां लगभग लुप्त होती जा रही है, इन्हीं कला शैलियों को पुनः स्थापित कर श्रेष्ठता के साथ नव-प्रयोगों द्वारा कला प्रेमियों के लिए और अधिक आकर्षक बना सकते है। इस कार्यशाला मे राजस्थान, पंजाब, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, बंगाल आदि राज्यों के अलग अलग शहरों से चित्रकारों ने भाग लिया।
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संदीप सुमहेन्द्र
98294 37374