-मूलचंद पेसवानी- भीलवाड़ा / बाल अधिकार सुरक्षा आयेाग की सदस्य डा0 वंदना प्रसाद ने कहा कि जिले के र्इट भटटो पर कार्यरत श्रमिकों केबच्चों को शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने तथा बाल अधिकारों की रक्षा सुनिशिचत करते हुए उनके कल्याण हेतु संचालित कार्यक्रमों का सभी संबंधित विभागों केसमन्वय से सफल कि्रयान्वयन सुनिशिचत किया जाना चाहिए ।
डा0 वंदना प्रसाद ने भीलवाड़ा जिले में र्इट भटटों पर कार्यरत श्रमिकों केबच्चों को उपलब्ध सुविधाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा सकारात्मक दृषिटकोण से कार्य किया जा रहा है। र्इट भटटों पर आंगनवाडी केंद्र खोलने की दिशा में भी सार्थक प्रयास होने चाहिए ता किबच्चों की शिक्षा व पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा सके। उन्होने अन्य इलाकों से आये र्इट भटटा श्रमिकों का एवं उनके बच्चों का सर्वे कर उसके आधार पर उनके लिए कल्याणकारी कार्यक्रम तैयार करने का भी सुझाव दिया । उन्होने कहा कि र्इट भटटो पर चिकित्सक,ए.एन.एम., आशा सहयोगिनी आदि नियमित विजिट करें और बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें, यह जरूरी है। उन्होने कहा कि जहां 40 बच्चो ंकीसंख्या है वहां एक आंगनबाडी केंद्र खोला जाना चाहिए ।
जिला कलक्टर ओंकार सिंह ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार र्इट भटटों पर और विधालय खुलवाये जायेंगे तथा विधालयो ंमें मिड डे मील की सुविधा भी उपलब्ध करार्इ जायेगी । जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन कर र्इट भटटो पर बच्चों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, पालनागृह खोलने की भी बात कही । उन्होने भटटा मालिकों केसाथ भी एक बैठक करने को कहा ।
जिला कलक्टर ने बाल नीति बनाने का भी सुझाव दिया। उन्होने कहा कि प्रशासन गांवो के संग अभियान में अतिकुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य लाभ के लिए रेफर करने का भी कार्य किया जाएगा । उन्होने कहा कि एैसे बच्चों के अधिकारो ंका हनन नहीं हो, उनका शोषण नही हो, कुपोषण नहीं हो, शिक्षाा व स्वास्थ्य सुविधाएं नियमित मिले इसके पूरे प्रयास किये जाएंगे ।
बेठक में बताया गया कि जिले में र्इट भटटों पर 26 विशेष शिक्षा केंद्र संचालित हो रहे है।
डा0 वंदना प्रसाद ने आज माण्डल क्षेत्रा मे ंनाकोड़ा र्इट भटटा, चारभुजा र्इट भटटा का निरिक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया । उन्होने दाता धुवाला में आंगनवाड़ी केंद्र भी देखा तथा पालड़ी में राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह को देखा ।
बेठक में डा0 वंदना प्रसाद के साथ स्वातिदास एवं अन्य सहयोगी तथा बाल कल्याण समिति भीलवाडा की सुमन त्रिवेदी तथा मंजू पोखरना ,मधु जाजू, तारा अहलुवालिया, प्रहलाद व्यास, एल.एन.व्यास आदि ने भी विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए अपने सुझाव दिये ।