प्रदेश में विधानसभा चुनाव से सत्ता में हुए बदलाव पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं कांग्रेस नेता आजाद सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह हम सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे।
उन्होंने बताया कि जनता का फ़ैसला स्वीकार करते हुए आने वाले पाँच साल के लिये बाड़मेर ज़िले में एक रचनात्मक और आक्रामक विपक्ष की भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष सशक्त हो तो सरकार पर दबाव बनाकर कोई भी जनहित का कार्य करवाया जा सकता है। कांग्रेस को राज्य में भले ही कम सीटें मिली है, लेकिन पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है।
हमारे कार्यकर्ताओं का हौसला कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। देशवासियों का विश्वास कांग्रेस को मिलता रहा है। यह अलग बात है कि अभी अलग तरह का राजनीतिक वातावरण बन गया है। परंतु इससे कांग्रेस कार्यकर्ता घबराने वाले नहीं है। हमारे कार्यकर्ताओं के साथ राजनीतिक द्वेष भाव से सरकार और प्रशासन को काम नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही युवा साथियों और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई जाएगी। उसमें हार के कारणों को जानने और उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाएगा। राठौड़ ने ने कहा कि आने वाला समय कांग्रेस का है।
आज़ाद सिंह राठौड़ ने नई आने वाली सरकार को शुभकामनाएं दी। साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई गई प्रमुख योजनाएं OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाओं के साथ विकास की जो रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान ने बढ़ाई है उसे बरकरार रहने की उम्मीद की।
राठौड़ ने विश्वास दिलाया की आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए मजबूती से काम करेंगे।