उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज का हुआ चातुर्मास मंगल प्रवेश

भारी लवाजमा रहा आकर्षण का केंद्र
जयपुर। धर्म नगरी जयपुर के दक्षिणी संभाग प्रताप नगर सेक्टर 8 स्थित श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर जी मुनिराज का चातुर्मास हेतु भव्य मंगल प्रवेश शुक्रवार को प्रातः विशाल लवाजमे के साथ हुआ, चतुर्मास समिति मंत्री महेश सेठी ने बताया की उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर जी ने आज प्रातः अपनी विहार यात्रा दुर्गापुरा से प्रारंभ की ओर हल्दी घाटी मार्ग प्रताप नगर पहुंचे, वहां प्रताप नगर जैन समाज द्वारा उपाध्याय श्री की मंगल आगवानी की गई और भव्य शोभायात्रा के साथ पूज्य उपाध्याय श्री का चातुर्मास मंगल प्रवेश प्रारंभ हुआ।
समिति के संयोजक अतुल मंगल के अनुसार शोभायात्रा में हाथी घोड़े बग्गी ऊट सहित विभिन्न प्रकार के बैंड थे, साथ ही सतरंगी लहरिए में धर्म जागृति महिला मण्डल, विशुद्ध वर्धिनी बहु कला मण्डल पंक्तिबद्ध चल रहे थे, श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन महिला मंडल सदस्य मंगल कलश से सुशोभित थी, मार्ग में पाठशाला के बच्चो द्वारा मंगल वंदना प्रस्तुत की गई, शोभायात्रा मार्ग को स्वागत द्वारो से सजाया गया था जहां जहां समाज के प्रतिष्ठान और निवास आ रहे थे वहां वहां पूज्य उपाध्याय का पाद प्रक्षालन और आरती की जा रही थी, श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन युवा मंडल के सदस्यों में मार्ग में उपाध्याय श्री की महामंगल आरती की ।
वर्षायोग समिति के संयोजक पूरण गंगवाल ने बताया कि शोभायात्रा मंदिर पहुंच धर्म सभा में परिवर्तित हुई, धर्म सभा का शुभारंभ समाज श्रेष्ठि श्री अजीत जी पारस जी निर्मल जी प्रदीप जी बड़जात्या सवाई माधोपुर द्वारा चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन से किया, श्री जिनेन्द्र गंगवाल जीतू द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया वही श्री सुभाष जी दीपक जी जैन उनियारा वाले द्वारा उपाध्याय श्री को शास्त्र भेट किया गया, पूज्य उपाध्याय का पादप्रक्षालन श्री प्रकाश जी पारस जी गंगवाल चोरू वालो द्वारा किया गया, धर्म सभा को पूज्य उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर जी महाराज ने संबोधित किया।

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