• एयरपोर्ट के 15 किलोमीटर के दायरे में परिधि घुसपैठ जांच प्रणाली (PIDS) लागू की जाएगी
• (QRT) कर्मियों के लिए एयरसाइड पर शौर्य बैरक 20 जनवरी से चालू
• CISF कैंप में महिला बैरक की दो मंजिलें होगी चालू
• महत्वपूर्ण स्थानों पर व्यू कटर
जयपुर: विमानन उद्योग में अत्याधुनिक तकनीक और सर्वोत्तम व्यस्थाओं को अपनाते हुए, जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जेआईएएल) यात्रियों की सुरक्षा और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए कई अभिनव सुरक्षा उपाय शुरू करने जा रहा है। व्यू कटर और पीआईडीएस (PIDS) की स्थापना का काम चल रहा है, जबकि एयरसाइड पर QRT कर्मियों के लिए शौर्य बैरक और सीआईएसएफ कैंप में महिला बैरक जैसी अन्य परियोजनाएं कमीशनिंग के लिए तैयार हैं।
परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली (PIDS) (perimeter intrusion detection system )
JIAL एक नई परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली शुरू कर रहा है जिसका उद्देश्य 15 किलोमीटर के हवाई अड्डे की परिधि से सुरक्षा उल्लंघन को रोकना है। यह प्रणाली उन्नत फाइबर-ऑप्टिक सेंसर, लेजर दीवारें, एक ग्राउंड-आधारित रडार, वीडियो निगरानी और एनालिटिक्स का उपयोग करती है। PIDS के पास कोई भी हलचल होने पर कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर पर तुरंत एक अलर्ट पहुँचता है। PIDS संभावित घुसपैठिए को हल्का कम वोल्टेज वाला बिजली का झटका (गैर-घातक) भी देगा। PIDS का प्राथमिक उद्देश्य घुसपैठियों और घुसपैठ को चित्रित करना, और त्वरित प्रभाव से सुरक्षा कर्मियों को इस सम्बन्ध में अलर्ट करना है ताकि वे संभावित खतरों पर जल्दी और प्रभावी ढंग से कारवाही कर सके।
अलर्ट पाते ही नियंत्रण कक्ष तुरंत हरकत में आ जाएगा और घुसपैठ वाले स्थान के सटीक निर्देशांक प्राप्त करेगा। इस स्थान को फोटो और वीडियो कैमरा से आसानी से देखा जा सकेगा। नयी प्रणाली एयरपोर्ट पर रियल टाइम सर्विलेंस की बढ़ाएगा तथा इसे और स्वचालित करेगा। PIDS को एयरपोर्ट की पुरे 15 km की परिधि पर लगाया जायेगा तथा साथ ही लगभग 450 उच्च-स्तरीय कैमरे और कई सेंसर भी लगाए जाएंगे। वीडियो एनालिटिक्स सॉफ़्टवेयर से लैस वीडियो निगरानी कैमरे परिधि के साथ संदिग्ध गतिविधि या किसी भी तरहे के हलचल का पता लगा सकते हैं और अलार्म या सूचनाएँ ट्रिगर कर सकते हैं।
एयरसाइड पर शौर्य बैरक
एयरपोर्ट पर ORT सुरक्षा कर्मियों के लिए नए बैरक बनाए गए हैं। शौर्य बैरक विशेष रूप से उन सुरक्षा कर्मियों की ज़रूरतों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जो एयरपोर्ट परिसर के अंदर तैनात किए जाएँगे। इसके तहत ज़रूरत पड़ने पर एयरपोर्ट पर किसी भी आपात स्थिति में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जा सकेगा। बैरक को 25 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। CISF के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने हाल ही में शौर्य बैरक का उद्घाटन किया, जो 20 जनवरी 2024 तक चालू हो जाएगा।
सीआईएसएफ कैंप में नए महिला बैरक
सीआईएसएफ कैंप में नए महिला बैरक का निर्माण किया गया। इसके लिए वर्तमान महिल हॉस्टल के उप्पर दो नयी मंज़िलों बांयी गयी।
42 कर्मियों की क्षमता वाली मंजिलों का उद्घाटन सीआईएसएफ के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने किया। इससे जयपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ कर्मियों की महिला विंग की तैनाती को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
व्यू कटर की स्थापना
JIAL ने महत्वपूर्ण स्थानों पर व्यू कटर लगाने का एक बड़ा काम शुरू किया है। व्यू कटर लगाने का सबसे बड़ा कारण जटिल वातावरण है, जिसमें रनवे, एप्रन और टैक्सीवे सहित कई संवेदनशील क्षेत्र शामिल हैं जो बाहरी लोगों को सनी से दिखाई देते हैं। व्यू कटर महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दृष्टि की रेखा को सीमित करते हैं, जिससे संभावित खतरों में कमी आती है। ।