*प्लेसमेंट एजेंसियों की मिलीभगत से 8 माह से बेरोजगार शिक्षक हो रहे हैं, परेशान*
बून्दी – वोकेशनल ट्रेनर वेलफेर ऐसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रघुपाल सिंह ने शुक्रवार को राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा, जयपुर के नाम अतिआवश्यक पत्र लिखा है, जिसमें बताया गया कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत राजस्थान के राजकीय विद्यालयों में कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षक लगातार पिछले 10 वर्षों से सेवा प्रदाता, प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से अपनी सेवाएं देकर सभी विद्यार्थियों को प्रशिक्षित एवं हुनरमंद बना रहे है । नवीन प्रस्तावित बीड में शिक्षा विभाग के आदेशानुसार व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रदाता / प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा सरकरी विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षकों का नियोजन किया जा रहा है । इस प्रक्रिया के तहत विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रदाता या प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा पूर्व में कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षकों के स्थान पर फर्जी तरीके से अन्य नए व्यावसायिक प्रशिक्षकों को कार्यग्रहण करवाया जा रहा है, जो बीड के निर्देशों के अनुसार न्यायसंगत कार्य प्रक्रिया नहीं है और इसमें विभागीय निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। जिससे पूर्व में लगे हुए व्यावसायिक प्रशिक्षक पूर्व में कार्यरत विद्यालयों में कार्यग्रहण नहीं कर पा रहे हैं, जिसके कारण पिछले लगभग 8 माह से बेरोजगार बैठे व्यावसायिक प्रशिक्षक मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रदाता या प्लेसमेंट ऐजेंसी द्वारा व्यावसायिक प्रशिक्षक भर्ती में बड़ा उलटफेर किया जा रहा है, पुराने प्रशिक्षकों के जगह नए प्रशिक्षकों को लगाना दाल में काला साबित हो रहा है।
*प्लेसमेंट कंपनियां कर रही है मनमानी*
व्यावसायिक प्रशिक्षक भर्ती में नियुक्ति देने वाली प्लेसमेंट एजेंसियां मनमानी तरीके से नियुक्तियां दे रहीं हैं, संबंधित क्षेत्र में अनुभव रखने वाले प्रशिक्षकों को दरकिनार किया जा रहा है। बेरोजगार यूनियन नेता देवेंद्र शर्मा ने कहा कि मोटा पैसा लेकर निजी कंपनियों के दलाल विद्यालयों में लगा रहे हैं, टीचर। शर्मा ने बताया कि मिलीभगत करके व्यावसायिक शिक्षक लगा रहे हैं , जिससे पात्र बेरोजगार व्यावसायिक शिक्षक भर्ती से वंचित रह रहे हैं। पूर्व में कार्यरत शिक्षकों को हटाया जा रहा है, जबकि वो उस विद्यालय में वर्षों से कार्यरत हैं, मिलीभगत करके अन्य को लगाया जा रहा है, जो राजकीय एवं संबंधित विभाग के आदेशों की अवहेलना की जा रहीं हैं।
इनका कहना है
इस समस्या का निवारण उचित समय रहते करावें और व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रदाता द्वारा पीड़ित वर्ग के व्यावसायिक प्रशिक्षकों के साथ न्याय करें। जिससे पिछले कई महीनों से बेरोजगार बैठे प्रशिक्षकों को पुनः रोजगार मिल सके, और प्लेसमेंट एजेंसियों को पाबंद करें कि पूर्व में कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षकों को यथास्थान नियुक्ति दी जाए।
रघुपाल सिंह
प्रदेशाध्यक्ष
वोकेशनल ट्रेनर वेलफेर ऐसोसिएशन