संवाददाता जितेन्द्र गौड़

रक्षाबंधन पर्व का संबंध विष्णु भगवान के आठवें अवतार श्री कृष्ण और सुभद्रा से है, सुभद्रा ने अपने भाई की रक्षा के लिए कृष्ण की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा की थी। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के बीच कर्तव्य के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। भारत के सबसे प्रिय त्योहारों में से एक, रक्षा बंधन, भाई-बहन के बीच गहरे और अटूट बंधन का उत्सव है। श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षा बंधन भाई-बहनों के बीच शाश्वत प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है।कस्बे में सुबह से बाजार में खरीददारों की भीड़ लग गई। बहिनों ने भाईयों के लिए रक्षासूत्र, मिठाई आदि की खरीददारी की। कस्बे में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोंउल्लास के साथ मनाया गया। बहिनों ने भाईयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधा। दिनभर भाईयों एवं बहनों के आने जाने का सिलसिला जारी रहा। बारिश नहीं होने से लोगों को सफर करने में परेशानी भी नहीं आई। बसों, ट्रेनों में भारी भीड़ रही। राजस्थान सरकार द्वारा रक्षाबंधन पर्व पर राजस्थान रोडवेज की बसों में महिलाओं एवं बालिकाओं को 8 एवं 9 अगस्त दो दिन तक नि: शुल्क यात्रा की सौगात दी है।