जसवंत सिंह जी का सामाजिक, राजनीतिक और वैश्विक दृष्टिकोण आज भी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत : आजाद सिंह
बाड़मेर / 27 सितम्बर / पूर्व केंद्रीय वित्त, विदेश एवं रक्षा मंत्री स्व. जसवंत सिंह जसोल की पाँचवी पुण्यतिथि पर युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ के कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलेभर के प्रबुद्धजन, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और युवाओं ने सहभागिता कर पुष्पांजलि अर्पित की तथा उनके योगदान को याद किया।
युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ ने कहा कि जसवंत सिंह जी का योगदान केवल राजनीति तक सीमित नहीं रहा। वे एक कुशल सैन्य अधिकारी, समाज में समरसता लाने वाले व्यक्तित्व, स्थानीय हितों के प्रखर पैरोकार और एक लेखक के रूप में भी सदैव याद किए जाएंगे। उन्होंने सदैव पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की पैरवी की। राठौड़ ने कहा कि जसवंत सिंह जी का सामाजिक, राजनीतिक और वैश्विक दृष्टिकोण आज भी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।
श्रद्धांजलि सभा में संबोधित करते हुए स्वरूप सिंह चाडी ने कहा कि जसवंत सिंह का जीवन अनुशासन, स्वाभिमान और मूल्यों का पर्याय रहा। वे राजनीति में सदैव मूल्यों को वरीयता देते रहे। मांगूसिंह बिशाला ने कहा कि जसवंत सिंह ने सैन्य, राजनीतिक और सामाजिक सहित हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके इस योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। भगवान सिंह लाबराऊ ने कहा कि जसवंत सिंह ने मालाणी की पहचान ना केवल राजधानी बल्कि विदेशों तक स्थापित की। जीवन के अंतिम क्षण तक वे अपने लोगों के हितों के हिमायती रहे। उनका जीवन राजनीति में आने वाली नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
श्रद्धांजलि सभा में तनवीर सिंह फोगेरा, गणपत सिंह हुरो का तला, फकीरा खान, पहाड़ सिंह तिबनियार, राजेंद्र सिंह मोढ़ा, जितेंद्र सिंह आकोड़ा, महावीर सिंह रामदेरिया, अजयपाल सिंह रामदेरिया, रतन सिंह लुणू, सुरेंद्र सिंह जानसिंह की बेरी, महेंद्र सिंह मिठड़ा, गायड सिंह नोहडियाला, भवानी सिंह मोढ़ा, नरपत सिंह चौखला, राजेंद्र सिंह रणधा, हरीश इनखिया, वीपी सिंह झिनझिनयाली, स्वरूप सिंह सरूगाआला, छोटू सिंह लुणू, भरत सिंह भुरटिया, प्रताप सिंह खबडाला, किशोर सिंह खारिया सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। मंच संचालन सवाई सिंह लुणू ने किया।