जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अश्क अली टाक ठगी का शिकार हुए हैं। उनसे एक ट्रेवल एजेंट ने चार घरेलू टिकटों का किराया अंतरराष्ट्रीय एयर टिकटों के हिसाब से वसूला। सांसद के टिकटों का भुगतान राज्यसभा के सचिवालय ने किया था। जब सांसद को बहुत ज्यादा किराया वसूले जाने का पता चला तो उन्होंने सरकार से शिकायत की तब इस घोटाला का पता चला।
अली ने दिल्ली-चेन्नई की यात्री की थी। यह यात्रा जेट एयरवेज के विमान में की थी। राज्यसभा के सचिवालय ने इस यात्रा के लिए 99 हजार 292 रुपए का भुगतान किया। एयर इंडिया की चेन्नई-हैदराबाद फ्लाइट का टिकट 35 हजार 184 रुपए में खरीदा गया। जेट की हैदराबाद-बेंगलूरू फ्लाइट और इंडिगो की बेंगलूरू-जयपुर फ्लाइट का टिकट क्रमश: 67,270 और 17,270 रुपए में खरीदा गया।
अली ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि टिकट के दोगुने पैसे लिए गए हैं तो उन्होंने अधिकारियों को शिकायत की। आखिरकार जनता का पैसा खर्च किया जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने ये यात्रा पिछले साल की थी। राज्यसभा के सचिवालय ने अश्क अली की शिकायत डीजीसीए तक पहुंचाई। डीजीसीए के अधिकारियों ने जब विमान कंपनियों से सवाल किए कि किराया कितना था और उन्हें चार टिकट के लिए कितने पैसे मिले तो उनके जवाब से अधिकारी हक्के बक्के रह गए।
जेट एयरवेज ने कहा कि दिल्ली-चेन्नई के टिकट के लिए उन्हें एजेंट से सिर्फ 39,292 रुपए मिले जबकि राज्यसभा के सचिवालय ने किराया 99 हजार 292 रुपए दिया था। हैदराबाद-बेंगलूरू के टिकट के 17 हजार 270 रूपए मिले जबकि इस टिकट का किराया 67 हजार 270 रुपए वसूला गया। एयर इंडिया ने बताया कि चेन्नई-हैदराबाद के फ्लाइट का किराया उन्हें सिर्फ 4 हजार 484 रुपए मिले जबकि भुगतान 35 हजार 184 रुपए किया गया था।
इंडिगो ने बताया कि उन्हें बेंगलूरू-जयपुर का किराया सिर्फ 8 हजार 910 रुपए मिला। जबकि इसका भुगतान 38 हजार 410 रुपए किया गया था। इन सभी एयरलाइंस ने उस ट्रेवल एजेंट को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है जिससे टिकट खरीदे गए थे। डीजीसीए अब जागरूकता अभियान चला रहा है। डीजीसीए का कहना है कि जब भी किसी थर्ड पार्टी या एजेंट से टिकट खरीदें तो भुगतान करने से पहले किराए को चैक कर लें। टाक ने एजेंट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही ज्यादा वसूला गया पैसा सरकार के खजाने में जमा कराने को कहा है।