जयपुर । एयरफोर्स के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ‘आयरन फीस्ट’ में देश में निर्मित हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ का भविष्य तय होगा। ये विमान जोधपुर पहुंच गए। 22 फरवरी को चांधना फील्ड फायरिंग रेंज में होने वाले वॉर गेम के दौरान दोपहर से रात के अंधेरे में तेजस विमान मिसाइल से दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर प्रहार कर उन्हें नष्ट करेगा, जबकि दो तेजस स्टैंड बाय में रहेंगे।
‘आयरन फीस्ट’ के दौरान पहली बार स्वदेशी लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट ‘तेजस’ पूरी क्षमता के दौरान अचूक निशाने साधेगा। यह विमान 500 किलो तक का बम और मिसाइल ले जा सकता है। इसमें छह मिसाइल और कई बम लोड हो सकते हैं। यह दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर निशाना साधेगा। इस आधार पर इस विमान का भविष्य तय होगा।
एयरफोर्स इस युद्धाभ्यास ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी बनने के लिए सुप्रीम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी पहली बार सीधे रणक्षेत्र में पहुंचेंगे। इसके लिए चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में चार किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है। अब तक सुप्रीम कमांडर या अन्य वीवीआईपी विशेष विमान से सीधे जैसलमेर हवाई पट्टी पर उतरा करते थे और वहां से हेलीकॉप्टर में फायरिंग रेंज पहुंचते थे।
राष्ट्रपति के साथ रक्षा मंत्री ए.के एंटनी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एन.एके ब्राउन सहित कई राष्ट्रों के रक्षा मंत्री और रक्षा विशेषज्ञ भी सीधे विमान से वहां पहुंचेगे।
राष्ट्रपति 22 फरवरी को दोपहर चांधना फायरिंग रेंज में पहुंचेंगे और युद्धाभ्यास देखने के बाद शाम को वापस दिल्ली लौट जाएंगे।