श्रीगंगानगर. लंबे इंतजार के बाद सरकार ने प्रदेशभर के राशन डिपो पर दालें व मसाले बेचने की तैयारी कर ली है, लेकिन हैरानी यह है कि डिपो पर ये वस्तुएं बाजार भाव से कहीं ज्यादा दाम पर मिलेंगी।
मतलब, डिपो से दालें व मसाले लेने पर लोगों को रुपयों की बचत होना तो दूर, उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। सरकार के ये आदेश आने के बाद रसद विभाग भी हैरान-परेशान है कि बाजार से ज्यादा दाम होने के कारण आखिर इन्हें डिपो से कौन खरीदेगा।
सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने लोगों को महंगाई से बचाने के लिए प्रदेशभर के राशन डिपो पर मसाले व दालें बेचने का निर्णय लिया था। इनके पिछले साल टेंडर किए गए थे। हाल ही में राज्य सरकार ने प्रदेशभर की विभिन्न फर्मों को संभागवार ठेका दिया।
इसमें बीकानेर, कोटा व जयपुर संभाग के जिलों में दाल सप्लाई करने का काम किशनगढ़ की फर्म को दिया गया है। इसमें मूंग छिलका दाल इसी महीने से डिपो पर मिलेगी, जबकि मसाले अगले महीने से डिपो पर आ जाएंगे। चौंकाने वाली बात यह है कि सरकार ने मसालों व दाल का जो दाम तय किया है, वह बाजार भाव से कहीं ज्यादा है। दाल का दाम जहां पांच रुपए किलो ज्यादा है, वहीं मसालों का दाम दस से पचास रुपए किलो अधिक रखा गया है।
रसद विभाग के अधिकारियों के अनुसार डिपो पर दाल एक किलो की पैकिंग में उपलब्ध रहेगी, जबकि मसाले 200-200 ग्राम की पैकिंग में आएंगे। दाल व मसाले कोई भी कार्डधारक ले सकेगा। प्रयोग के तौर पर इस महीने श्रीगंगानगर, सूरतगढ़ व घड़साना के हर डिपो पर अभी दस-दस किलो दाल मुहैया कराई जाएगी। फिर मांग बढऩे के बाद अगले महीने से इनकी मात्रा बढ़ाई जाएगी।
आ गई चाय पत्ती
सरकार ने कई महीने बाद राशन डिपो पर फिर से चाय पत्ती भिजवानी शुरू कर दी है। डिपो पर 250 ग्राम की पैकिंग में चाय पत्ती 40 रुपए में दी जाएगी। वहीं नमक व कपड़े धोने के साबुन की सप्लाई भी शुरू हो गई है। साबुन आठ रुपए तथा नमक छह रुपए किलो में दिया जाएगा।