जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग में जो तालीम का माहौल बना है उसे आगे बढ़ाये ताकि उसका लाभ कौम को मिले और ज्यादा से ज्यादा तरक्की हासिल हो सके। मुख्यमंत्री शनिवार को इंदिरा गांधी पंचायत राज संस्थान के सभागार में राजस्थान मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित ‘ऑल राजस्थान तालीमी कान्फ्रेन्स‘ में राज्य के विभिन्न हिस्सों से अल्पसंख्यक समाज के बड़ी संख्या में आये लोगोंको सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री गहलोत ने मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना काशुभारंभ करते हुए मॉडल मदरसों के निर्माण तथा आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से चैक वितरण भी किये।
श्री गहलोत ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में किसी भी जाति, वर्ग अथवा समुदाय की बिना
तालीम के तरक्की संभव नहीं। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि मुस्लिम समाज में लड़कियां तालीम हासिल कर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों को आहवान किया कि वे यहां से संकल्प लेकर जायें कि अपने आस-पास के बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं रहने दें तथा राज्य सरकार की शैक्षणिक योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें जिससे छात्रा-छात्राएं लाभान्वित हो सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिछले कार्यकाल में जब मदरसा बोर्ड बना था तब मुश्किल से 419 मदरसे
पंजीकृत थे, आज इनकी संख्या बढ़कर 3 हजार 600 के करीब हो गई है। उन्होंने कहा कि जो मदरसे पंजीकृत नहीं हैं उन्हें पंजीकृत करने के लिए प्रेरित कियाजाये। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मदरसों में पैराटीचर्स लगाने में सरकार कोई कमी नहीं रखेगी। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा आधुनिक मदरसे बनाने पर जोर देते हुए कहा कि जो मदरसे मॉडल बने उनमें 10वीं कक्षा तक का अध्ययन हो। उन्होंने पैराटीचर्स की मांगों पर कहा कि उन्हें इसके लिए चिंतित होने की जरूरत नही है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री ए.ए. खान (दुर्रूमियां) ने कहा कि मुस्लिम समाज में बच्चों और बच्चियों में पढ़ाने का जज़्बा आया है। उन्होंने कहा कि सरकार में नौकरियां सीमित हैं इसलिये आवश्यक है कि परम्परागत हुनर को बढ़ावा दिया जाये जिससे युवारोजगार हासिल कर सकें।
शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ ने कहा कि मदरसा पैराटीचर गांव-गांव, ढ़ाणी-ढ़ाणी में
शिक्षा की अलख जगा रहे हैंऔर उनके यह प्रयास सराहनीय हैं।
राजस्थान मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद फज्ले हक ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि
पहली मर्तबा मुख्यमंत्राी मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत मदरसों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और इसके लिए 330 मदरसे चुने गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह पूरा प्रयास है कि कोई भी मदरसा इल्म की रोशनी से महरूम नहीं रहेगा।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्राी एवं सांसद श्री महादेव सिंह खण्डेला, राजस्थान अल्पसंख्यक
आयोग के अध्यक्ष श्री माहिर आजाद, राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन श्री लियाकत अली, राजस्थान हज कमेटी के चेयरमैन श्री सलीम कागजी, विधायक श्री अलाउद्दीन आजाद व श्री जाकिर हुसैन एवं अल्पसंख्यक विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गुरजोत कौर, अल्पसंख्यक विभाग के निदेशक श्री अशफाक अहमद, विभिन्न बोर्ड और निगमों के सदस्यगण आदि उपस्थित थे।