जयपुर . जगतपुरा के इंदिरा गांधी नगर में शनिवार सुबह ८ बजे नीमराज का बाग फार्म हाउस में जरख (मादा) घुस गया। सूचना के सात घंटे बाद वन विभाग की टीम पहुंची। तब तक ग्रामीण पत्थर और लाठियों से उसे घायल कर पुलिस की जीप पर उल्टा लटका चुके थे। पुलिस वाले भी जीप पर जरख बांधते ही भाग खड़े हुए।
जरख की उम्र 3 से 4 साल है। वन विभाग की टीम के आने तक करीब दो घंटे जरख जीप से उल्टा टंगा रहा, लेकिन वन्य प्राणी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार वन अधिकारी फोन पर पुलिस और ग्रामीणों को कहते रहे, ट्रेंक्युलाइज करने के बाद जरख को पकड़ा जा सकता है।
स्थानीय निवासी श्रवण मीणा ने बताया कि वह और दो परिजन फार्म हाउस के खेत में पानी दे रहे थे। जरख दीवार फांदकर आ गया। तीनों दीवार फांदकर बाहर आए और गोनेर रेलवे फाटक के पास लोगों को सूचना दी। लोगों ने जरख को फार्म हाउस में पकडऩे का प्रयास किया। इसमें जरख घायल हो गया।
रेंज अधिकारी जगदीश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि किसी भी वन्यजीव को रेस्क्यू करने के लिए उनके पास साधन नहीं रहते। इसके लिए जयपुर जू की टीम को ही बुलाया जाता है। इसके तुरंत बाद जयपुर जू को सूचित किया गया। इस प्रक्रिया में थोड़ा समय जरूर लगा।
जयपुर जू पहुंचाया : जरख करीब सात घंटे तक लोगों के कब्जे में रहा। इसके बाद वन विभाग की टीम अपराह्न 3:30 बजे गोनेर फाटक पहुंची। वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी (प्रादेशिक) जगदीश गुप्ता टीम के साथ आए जयपुर जू के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद माथुर ने जरख को ट्रेंक्युलाइज कर बेहोश किया। जीप में डालकर जू ले आए।