अस्पतालों में ठेका कर्मी सामूहिक अवकाश पर

hospitalजयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल में संविदा और ठेके पर लगे दो हजार से ज्यादा कर्मचारी नियमित करने की मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले गए। ऎसे में पूरे अस्पताल में अव्यवस्था फैल गई। न मरीजों का रजिस्ट्रेशन करने वाला कोई था,न ही उन्हें दवाइयां देने वाला। उधर, अस्पताल प्रशासन का दावा है उन्होंने कार्य बहिष्कार को देखते हुए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।

ये हैं बहिष्कार में शामिल
संविदाकर्मी और ठेकाकर्मियों के कार्य बहिष्कार में कम्प्यूटरकर्मी,टेक्निशियन,वार्ड ब्वॉय,लिफ्ट ऑपरेटर,ट्रॉली मैन,एलडीसी,बागवान व नि:शुल्क दवा केंद्रों पर संविदा पर नियुक्त कम्प्यूटरकर्मी शामिल हैं।

पता था,लेकिन सो गए अधिकारी
संविदा व ठेका कर्मियों ने मांगों को पूरा करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। अस्पताल प्रशासन अल्टीमेटम सुन कर सो गया। मंगलवार को जब व्यवस्थाएं बिगड़ी तब जाकर अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्थाओं की सुध ली।

गार्डो ने बांटी पर्चियां
सुबह जैसे ही धन्वंतरि आउटडोर शुरू हुआ तो वहां मरीजों का रैला आने लगा,लेकिन पंजीकरण नहीं हो पाने के चलते वे चिकित्सकों के पास नहीं जा सके। हालात खराब होते देख अस्पताल प्रशासन ने गार्डो के हाथों पंजीकरण की रसीदें बंटवाना शुरू कर दिया,लेकिन आउटडोर में अव्यवस्थाएं काबू में नहीं आ सकीं।

लगाया अतिरिक्त स्टॉफ
इनडोर मरीजों की खून की जांच के लिए कम्प्यूटर की पर्ची काटने के लिए चार अतिरिक्त कम्प्यूटर ऑपरेटरों को लगाया गया, लेकिन ये ऑपरेटर थोड़ी देर ही काम कर सके और मरीजों के दबाव को देखते हुए यहां भी अव्यवस्थाएं होना शुरू हो गई।

लड़खड़ाई व्यवस्थाएं
मंगलवार सुबह इमरजेंसी में भर्ती काउंटर पर कम्प्यूटर ऑपरेटर नहीं होने से हादसों में घायल होकर आए लोगों को भारी परेशानी हुई। काउंटर पर न तो कोई भर्ती का पर्चा बनाने वाला था और न ही मरीजों को वार्डो में शिफ्ट करने वाला ट्रॉली मैन। अस्पताल के अधिकारी इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को यही कहते रहे कि जल्द ही व्यवस्थाएं सुचारू हो जाएंगी। अस्पताल उप अधीक्षक डॉ. अनिल दुबे ने बताया कि वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने में थोड़ा समय लग सकता है। सफाई कर्मी काम पर हैं।

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