जोधपुर। उद्योग के लिए पहले भूखंड और फिर आधारभूत सुविधाएं आवश्यक हैं। इसके बाद वैट विसंगतियां दूर करें, मंडी टैक्स समाप्त करें, भू-उपयोग परिवर्तन में सरलीकरण लाएं, उद्योगों के लिए अलग-अलग क्लस्टर बनाएं और दिल्ली-मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर कार्य में तेजी लाने का प्रयास करें।
यहां “राजस्थान पत्रिका” कार्यालय में सोमवार को आयोजित बजट पूर्व परिचर्चा में शहर के उद्यमियों ने राज्य बजट से यह उम्मीद जताई है। उद्यमियों के अनुसार पिछले कई वर्षो से शहर में औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की बात हो रही है लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हुआ है। युवा उद्यमी नया उद्योग लगाना चाहता है लेकिन उसके पास जमीन नहीं है। जमीन अगर उपलब्ध है तो काफी महंगी दरों पर। इसके बाद वैट की विसंगतियां दूर करने की महत्ती आवश्यकता है। इससे उद्यमियों में उद्योग लगाने के प्रति उत्साह जगेगा और निवेश के प्रति आकर्षित भी होंगे। सरकार को युवा उद्यमियों की तलाश करनी चाहिए। जोधपुर शहर में 13 तकनीकी संस्थान तो खोले गए हैं, अब यहां विभिन्न उद्योगों की गुणवत्ता सुधारने व कार्मिकों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए उच्च प्रशिक्षण संस्थान व लैब भी खुलनी चाहिए। उन्होने सरकार से ग्वार का समर्थन मूल्य घोषित करने की भी मांग की। जैसलमेर में पर्यटन उद्योग के साथ सौर और पवन ऊर्जा को बढ़ावा मिलना चाहिए। इसके लिए उद्यमियों ने स्पेशल जोन विकसित करने की बात कही। प्रारंभ में राजस्थान पत्रिका जोधपुर संस्करण के सम्पादकीय प्रभारी प्रदीप शेखावत ने आयोजन व पत्रिका के सामाजिक सरोकारों की जानकारी दी। इस मौके राजस्थान पत्रिका के सहायक महाप्रबंधक विधान भंडारी भी मौजूद थे।
उठाए ये मुद्दे
पाली, बालोतरा व जोधपुर में टेक्सटाइल जोन बने।
स्टेनलेस स्टील में कम्पांउड लेवी को घटाया जाए।
जोधपुर, बाडमेर व जैसलमेर में सौर और पवन ऊर्जा में निवेश को बढ़ावा मिले।
बर्तन उद्योग के लिए कलस्टर बने और उद्योग के लिए जमीन।
नई इकाई लगाते समय मशीन पर वैट कम लगे।
सेण्डस्टोन के लिए रॉ मटेरियल उपलब्ध कराया जाए।
नए उद्योगपति को रजिस्ट्री व स्टाम्प ड्यूटी पर छूट मिले।
सीईटीपी लगाकर ही टेक्सटाइल उद्योग के लिए जमीन उपलब्ध हो।
उद्योगों के लिए बिजली की दरों में रियायत मिलें।
अनाज दलहल व तिलहल को वेट मुक्त करें।
प्रदूषण रहित उद्योगों के लिए दो नए सीईटीपी और बनाएं।
लघु उद्योगों को पचास प्रतिशत आरक्षित दर पर भूखण्ड उपलब्ध कराए जाएं।
विशेष पैकेज देकर उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाए।
उद्योगों पर एक समान वैट लागू हो।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग सुधारे जाएं।
जैसलमेर में एयरपोर्ट तथा पवन व सौर ऊर्जा को बढ़ावा दें।
टेक्सटाइल कलस्टर बनाए। जोधपुर में गारमेंट जोन बने।
टाउनशिप पॉलिसी का सरलीकरण हो।
कृषि जिंसों पर वैट माफ करें।
डीएमआईसी को देखते हुए पाली रोड पर औद्योगिक इकाइयों का विस्तार हो। साथ ही उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी मिलें।