जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश में मुसलमानों की बढ़ती आबादी से चिंतित है। संघ ने मांग उठाई है कि मुस्लिमों की जनसंख्या पर निगरानी रखी जाए। संघ का यह भी मानना है कि मुस्लिम आबादी में इतनी बढ़ोतरी प्राकृतिक नहीं। यह देखा जाना भी जरूरी है कि इनमें कितने बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं।
केशव विद्यापीठ जामडोली में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिघि सभा में दूसरे दिन शनिवार को पाकिस्तान व बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार, देश में महिला उत्पीड़न जैसे विषयों पर चर्चा हुई। संघ के सह सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने मीडिया से कहा कि आजादी के वक्त मुसलमानों की आबादी 8 फीसदी थी जो हर दस साल में एक प्रतिशत बढ़ रही है। आज साढ़े 14 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों के बीच बड़ा फर्क कर रही है जो संविधान के खिलाफ है।
रामसेतु पर चेतावनी
सर कार्यवाह सुरेश जोशी ने चेतावनी दी है कि सरकार ने सेतु-समुद्रम योजना में राम सेतु को तोड़ने का प्रयास किया तो उसे जनाक्रोष का सामना करना पड़ेगा।
भय्याजी जोशी ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि वह इस बात के लिए दखल दे कि श्रीलंका सरकार विस्थापित तमिलों का पुनर्वास करे और नागरिक व राजनीतिक अघिकार प्रदान करे। एक लाख से ज्यादा तमिल अपने देश से पलायन कर तामिलनाडु के समुद्री किनारों पर रह रहे हैं। लिट्टे एवं श्रीलंका सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष के कारण हुई तमिलों की दुर्दशा पर श्रीलंका सरकार खामोश नहीं बैठ सकती।