जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण योजना रोजगार उपलब्ध करवाने में असफल रही है। इस योजना के लिए आंवटित धन राशि 10 करोड़ रूपयों में आधी राशि भी वर्ष भर में खर्च नहीं हुई है। किरण के अतारांकित प्रश्न के प्रत्युत्तर में बताया गया कि इस योजना में अभी तक मात्र 7056 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया। इनमें से 3714 प्रशिक्षणार्थियों को ही नियोजित किया जा सका है। नियोजित प्रशिक्षणार्थियों में भी 2600 को 6000 रू. प्रतिमाह से कम पर नियोजित किया गया है। यह कुशल श्रमिकों को देय न्यूनतम वेतन से भी कम है।
प्रत्युत्तर में यह भी बताया गया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार योजना एवं शहरी निर्धन परिवार योजना में किसी भी व्यक्ति को रोजगार नहीं दिया जा सका है। इनका क्रियान्वयन प्रक्रियाधीन है। राजस्थान कौशल विकास निगम स्वयं के कोई प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं चला रहा है। निगम निजी क्षेत्र ने 36 संस्थाओं के साथ सहमति पत्र निष्पादित किया है। निजी अभिकरणों को प्रशिक्षण के बाद निर्धन परिवारों के व्यक्तियों को 8 माह एवं अन्य को 4 माह तक ही रोजगार दिलवाने का दायित्व है।
किरण ने राजस्थान कौशल विकास निगम की कार्यप्रणाली पर गहरा रोष व्यक्त किया है। यदि निजी अभिकरणों से ही प्रशिक्षण करवाना है, तो निगम की स्थापना का औचित्य ही क्या है। बजट में घोषणाएं बिना तैयारी के कर दी जाती है।