जयपुर। मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना के तहत राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से निकाली गई भर्ती पर शनिवार को मेडिकल स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा किया। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बाहर रेडिएशन टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट ने भर्ती के संबंध में जारी स्वास्थ्य विभाग की विज्ञप्ति और सरकारी आदेश की प्रतियों की होली जलाई। उल्लेखनीय है कि सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में फ्री जांच के लिए विभाग ने लैब टेक्नीशियन और सहायक रेडियोग्राफर के सौ से अघिक पदों की भर्ती निकाली है। इन पदों पर पूर्णतया आवश्यक/अस्थाई आधार पर फिक्स वेतन 7900 रुपए प्रतिमाह के आधार पर भर्तियां होनी है। इन पदों को छह महीने अथवा नियमित चयनित अभ्यार्थियों की उपलब्धता पर या दोनों में से जो भी पहले हो तक की अवघि के लिए भरे जाना है।
स्टूडेंट्स के विरोध का मुख्य मुद्दा सहायक रेडियोग्राफर के 22 पदों के लिए पद योग्यता है।
प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स इस बात का विरोध कर रहे थे कि रेडियोग्राफर के चिकित्सकीय जांच में अतिमहत्वपूर्ण योगदान के लिए सैकंडरी या समकक्ष और महज 18 महीने का रेडियोग्राफर का कोर्स अनिवार्य रखा गया है। स्टूडेंट्स के बीच विरोध सिर्फ इस बात का नहीं था कि योग्यता और वेतनमान इतना कम क्यों रखा गया बल्कि विभाग के उस आदेश पर भी रोष था जिसमें कहा गया है कि तय समय तक योग्य उम्मीदवार नहीं मिलने पर अनरिकोग्नाइज्ड अर्थात महज अनुभव प्राप्त डिप्लोमाधारियों को भर्ती कर लिया जाएगा।