जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्यपाल माग्रेट आल्वा, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज जैसी शख्सियतों से महिलाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। ये सब महिलाएं ऐसे महत्वपूर्ण पदों पर शिक्षा की बदौलत पहुंची है। उन्हें भी राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव शिक्षा के कारण मिला। श्रीमती राजे आज रविवार को प्रताप फाउण्डेशन के दुर्गा महिला विकास संस्थान के मीरा गर्ल्स विद्यालय नाथावतपुरा (सीकर) के उद्घाटन समारोह में बोल रही थी। श्रीमती राजे को देखने और सुनने जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिनमें महिलाएं ज्यादा थी।
उन्होंने एक विशाल सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के हालातों में राजनीति हो, या सामाजिक क्षेत्र, महिलाओं को संघर्ष करना पड़ रहा है। आज महिलाओं को जितनी ताकत मिलनी चाहिए थी, जितना सम्मान मिलना चाहिए था, जितने अधिकार मिलने चाहिए थे, नहीं मिले।
श्रीमती राजे ने कहा कि पुरूषों को भी महिलाओं के सम्मान की लड़ाई में सहयोग करना चाहिए। क्योंकि समाज में दो ही जातियां है, एक महिला और एक पुरूष। समाज के व्यापक उत्थान के लिये पुरूषों के साथ-साथ महिलाओं को भी आत्म निर्भर बनाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में न बिजली है, न पानी है, न रोजगार है, न सड़के हैं, न शिक्षा है, न उद्योग-धंधे है और न कानून व्यवस्था है। इसलिये हमारा साथ देकर उस राजस्थान के नवनिर्माण में जुटे, जिसका संकल्प सिर्फ विकास होगा। प्रदेश में कक्षा 3 के एक तिहाई बच्चे हिन्दी पढ़ना नहीं जानते। योजना आयोग ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान को देश का सबसे खराब प्रदेश बताया है। महिला साक्षरता में पूरे देश में हम सबसे पीछे है। बढ़ते अपराधों के पीछे का सच अशिक्षा के कारण पनप रही बेरोजगारी है।
श्रीमती राजे ने कहा कि हमने बेरोजगारी भत्ता शुरू किया था, ताकि शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौजवान माता-पिता पर बोझ न बने। बेरोजगारी उन्हें अपराध की ओर न ले जाये। इस सरकार ने आते ही यह भत्ता बंद कर दिया। अब चुनाव आये तो फिर चालू कर दिया। चुनाव के बहाने ही सही यह सरकार हमारी घोषणाओं पर अमल तो कर रही है। सरकार ने आठवीं तक की परीक्षाओं में सब बच्चों को पास करने का आदेश कर दिया है। इससे हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।
विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने राजे को भावी मुख्यमंत्री बताया और हाथ खडे़ कर उन्हें समर्थन देने का आह्वान किया तो उपस्थित जनसमूह ने अपने दोनों हाथ खडे़ कर राजे के पक्ष में नारे लगाये। प्रताप फाउण्डेशन के संयोजक भगवान सिंह रोलसाबसर ने कहा कि जनता की प्रिय वसुन्धरा राजे की सरकार का लोग इंतजार कर रहे हैं। पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर, विधायक भवानी सिंह राजावत, मेघराज सिंह रोहेल, नवल सिंह झिराना, शंकर सिंह दीपपुरा, पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया, विधायक बंशीधर खण्डेला, पूर्व मंत्री युनूस खान सहित कई नेताओं ने भी श्रीमती राजे का स्वागत किया। श्रीमती राजे ने अपने भाषण का अंत यूं किया –
सरस्वती का रूप है नारी, लक्ष्मी का स्वरूप है नारी,
बढ़ जाये जब अत्याचार, दुर्गा का नवरूप है नारी।
