जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को एसएमएस हॉस्पिटल जाकर शराबबंदी के लिए अनशन पर बैठे पूर्व विधायक गुरशरण छाबड़ा को ज्यूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक, पूर्व मंत्री डॉ. चन्द्रभान, पूर्व निशतजन आयुत दामोदर थानवी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
आई बैंक सोसायटी के भवन का लोकार्पण:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नेत्रादान के माध्यम से किसी व्यक्ति के जीवन में रोशनी लाने के कार्य में राजस्थान देश में सिरमौर बनकर उभरे इसके लिए राज्य सरकार हर संभव सहयोग देने को तत्पर रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य को लेकर आमजन को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की है। जिससे बीमार पड़ने वाले व्यक्ति को अब इलाज की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
गहलोत यहां मोती डूंगरी रोड़ पर स्थित मोबाईल सर्जिकल अस्पताल में आई बैंक के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस भवन के निर्माण के लिए सांसद डॉ. महेश जोशी द्वारा अपने सांसद कोष से 20 लाख रुपये का सहयोग दिया गया है। डॉ. जोशी ने शनिवार को भी इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ाने के उद्श्य से 5 लाख रुपये और देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-प्रदेश में एक संदेश जाए की राजस्थान नेत्राहीन व्यक्तियों के जीवन में कॉर्निया प्रत्यारोपण के जरिए रोशनी लाने के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस दिशा में जिला एवं संभागीय मुख्यालयों पर यह कार्य सफलतापूर्वक हो जिससे समाज को तत्काल लाभ मिले। ऐसे काम सदैव ही प्रशंसनीय होते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जयपुर एवं अजमेर मेडिकल कॉलेज को विक्टाट्रोमी मशीन और ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप खरीदने के लिये 40-40 लाख रुपये दिये है। जोधपुर, झालावाड़ एवं कोटा मेडिकल कॉलेजों को फेकों मशीनं उपलब्ध करवाई गई है।
गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय अंधता नियंत्राण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य राजस्थान में 2.24 प्रतिशत अंधता दर को घटाकर 0.34 प्रतिशत करना है जबकि वर्तमान में यह दर 1 प्रतिशत है। उन्होंने इस अवसर पर लुई ब्रेल का स्मरण किया। जिन्होंने दृष्टिहीन लोगां की शिक्षा के लिए ब्रेल लिपि का निर्माण किया। उन्होंने बताया कि अंधता नियंत्राण के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी क्षेत्रा में 9 तथा निजी क्षेत्रा में 15 आई बैंक स्थापित है। जिससे अधिकाधिक नेत्रों का संग्रह किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्रा में निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्रा मिलकर अच्छा कार्य सकते हैं। गहलोत ने मोबाईल सर्जिकल यूनिट को सेटेलाइट में परिवर्तित करने की मांग पर कहा कि इसका परीक्षण करवाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में विश्व स्वास्थ्य दिवस, 7 अपै्रल, 2013 से मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना की शुरूआत की जा रही है। इसके प्रथम चरण में मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों, जिला अस्पतालों, उप जिला अस्पतालों एवं सेटेलाइट अस्पतालों में ई.सी.जी., एक्स-रे, सोनोग्राफी और अन्य आवश्यक जांचें निःशुल्क की जायेगी। दूसरे चरण में 1 जुलाई से प्रदेश की सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सी.एच.सी.) में तथा तीसरे चरण में 15 अगस्त, 2013 से प्रदेश की सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों
(पी.एच.सी.) और सिटी डिस्पेंसरियों में आवश्यक जांचे निःशुल्क की जायेगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए 8 हजार से अधिक चिकित्सकों एवं तकनीकी कर्मचारियों के पद मंजूर किये गये है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2013-14 के बजट में जिला अस्पतालों में 1-1 करोड़ रुपये तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सी.एच.सी.) में 50-50 लाख रुपये की लागत से धर्मशालाओं का चरणबद्ध निर्माण करवाने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के गांवों में रहने वाले व्यक्तियों को भी चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए निजी चिकित्सालयों की स्थापना हेतु प्रोत्साहन योजना शुरू की जायेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे गांव जहां चिकित्सा सुविधा कम है, वहां कम से कम 1 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल स्थापित करने पर लागत का 50 प्रतिशत और अधिकतम 1 करोड़ रुपये तक का अनुदान मिलेगा। इसी प्रकार जनजाति और रेगिस्तानी इलाकों में अस्पताल की लागत का 60 प्रतिशत और अधिकतम 1 करोड़ 20 लाख रुपये का अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हैल्थ सेक्टर में विभिन्न श्रेणी के करीब 33 हजार पदों को मंजूरी दी गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा, मुख्यमंत्री बीपीएल सहायता कोष तथा एपीएल को इलाज के लिये 60 हजार रुपये की सहायता राशि को बढ़ाकर असाध्य रोगों के इलाज के लिए अब 1 लाख रुपये की सहायता देने की जानकारी भी दी।
कार्यक्रम में क्षेत्राीय सांसद डॉ. महेश जोशी ने समाज सेवा के क्षेत्रा में आई बैंक के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य करने पर सभी पदाधिकारियों को बधाई दी। एल.वी. प्रसाद आई. इन्स्टीट्यूट, हैदराबाद के निदेशक डॉ. जी.एन. राव ने कहा कि यह आई. बैंक पूरे देश में सामुदायिक भागीदारी का एक अनूठा उदाहरण है। राज्य सरकार के सहयोग से इसे एक मॉडल आई. बैंक बनाया गया है। उन्हांेने आई. बैंक की उपलब्धियों की सराहना करते हुए नेत्रादान तथा कॉर्निया प्रत्यारोपण की दिशा में बेहतरीन सफलता हासिल करने पर संस्था के सभी पदाधिकारियों को बधाई दी।
इससे पहले आई. बैंक सोसायटी के अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्य सचिव श्री एम.एल. मेहता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सोसायटी की गत 10 वर्षों की सफल यात्रा के दौरान अर्जित उपलब्धियों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्राी इस अवसर पर त्रौमासिक पत्रिका नेत्रा ज्योति के विशेषांक ’एक दशक: रोशनी का, का लोकार्पण किया। पत्रिका के संपादक श्री लक्ष्मण बोलिया ने श्री गहलोत को पत्रिका की प्रथम प्रति भेंट की।
समारोह में जयपुर की मेयर श्रीमती ज्योति खण्डेलवाल, राजस्थान फाण्डेशन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा, डॉ. उषा गोपीनाथन, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री दीपक उप्रेती, पूर्व मुख्य सचिव सर्वश्री अरूण कुमार, इन्द्रजीत खन्ना, महावीर विकंलाग सहायता समिति के मुख्य संरक्षक श्री डी.आर. मेहता सहित आई.बैंक सोसायटी के पदाधिकारी एवं चिकित्सक तथा बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।
सभी का आभार सोसायटी के संयुक्त सचिव श्री शिरिश मोदी ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी एवं सोसायटी की कार्य समिति के सदस्य श्री बी.एल. शर्मा ने किया।