मधुर मुक्त, चार अपहरणकर्ता गिरफ्तार

भीलवाड़ा। शहर के शिवाजी गार्डन से अगवा मधुर पिंजारे को बुधवार दोपहर पुलिस ने चित्तौडग़ढ़ में रिठोला टोल नाका क्षेत्र में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल मुक्त करवा लिया। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन भीमराव पिंजारे के बेटे का अपहरण मंगलवार को उन्हीं के पूर्व कार चालक ने पत्नी, एक साथी व उसकी प्रेमिका के सहयोग से 50 लाख रुपए फिरौती वसूलने के इरादे से किया था। दो आरोपियों ने पकड़े जाने से कुछ समय पहले कीटनाशक पी लिया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी डा.नितिनदीप ब्लग्गन के अनुसार, मांडलगढ़ पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन भीमराव पिंजारे के नौ वर्षीय बेटे मधुर का मंगलवार शाम साढ़े चार बजे अपहरण कर लिया था। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की रिहाई के बदले पिंजारे से फोन पर 50 लाख की फिरौती मांगी। पिंजारे ने सुभाष नगर थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई। इससे मामला चित्तौडग़ढ़ से जुड़ा होने का पता चला। इसके बाद दो टीमें वहां भेजी गई।

चित्तौडग़ढ़ में किया था कैद, 27 घंटे बाद बालक घर लौटा, एक्सईएन का पूर्व चालक निकला षड्यंत्रकारी, दो अपहरणकर्ताओं ने पीया कीटनाशक, आरोपियों में चालक की पत्नी, साथी व प्रेमिका भी शामिल

मोबाइल की लोकेशन के आधार पर बुधवार दोपहर दो बजे रिठोला टोल नाका क्षेत्र से पुलिस ने अगवा मधुर को सकुशल मुक्त करवा लिया। इस मामले में बापूनगर सेंती निवासी रोहित (22) पुत्र नारायण अग्रवाल, उसकी प्रेमिका मंजू रावणा राजपूत, पिंजारे के पूर्व कार चालक मुकेश पुत्र मोतीलाल छाता व उसकी पत्नी विमला को हिरासत में ले लिया। चित्तौड़ सदर थाने ले जाने पर मुकेश व रोहित ने कीटनाशक पीने की बात पुलिस को बताई। इससे पुलिस में खलबली मच गई। दोनों को राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया। शाम को छुट्टी मिलने के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। वारदात में काम ली गई वैन भी बरामद कर ली गई। उल्लेखनीय है कि एसपी ब्लग्गन सुबह ही चित्तौडग़ढ़ पहुंच गए थे।
पहले भी दो बार किया था प्रयास
इन आरोपियों ने एक्सईएन पिंजारे के बेटे मधुर के अपहरण की योजना कुछ समय पहले ही बना ली थी। 23 व 24 जुलाई को भी मधुर के अपहरण के लिए ये भीलवाड़ा गए थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
अपहरण से पहले रैकी
पिंजारे ने बताया कि चित्तौडग़ढ़ में कार्य करते समय मुकेश छाता विभाग में ठेके से लगी कार का चालक था। यहां आने के बाद एक साल तक छाता ने कभी संपर्क नहीं किया। अपहरण से पहले वह दो-तीन दफा वह आरसी व्यास कॉलोनी स्थित घर आ रहा था। आने का कारण पूछने पर उसने कहा कि बच्चों की याद आ गई थी। इसलिए मिलने आया था। उसके साथ महिलाएं भी थी। ये रैकी के इरादे से आए थे।
इसलिए चुना मधुर को
पिंजारे के दो बेटे हैं। बड़ा मिहिर व छोटा मधुर। मधुर मंदबुद्धि है। वह कुछ बोल नहीं पाता। इसलिए अपहरणकर्ताओं ने उसे अगवा करने की योजना बनाई, ताकि उसे ले जाने व रखने में कोई परेशानी न हो।

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