उदयपुर। उदयपुर नगर माहेश्वरी सभा के सत्र 2013 -16 की नव निर्वाचित कार्यकारिणी की शपथ विधि एवं मंगल आयोजनों में अपव्यय पर परिचर्चा रा.म.वि. सभागार में सम्पन्न हुई। अध्यक्ष भुवनेश माहेश्वरी सचिव राजेन्द्र प्रसाद नुवाल , उपाध्यक्ष भगवान दास मोहता एवं जगदीश चन्द्र देवपुरा, कोषाध्यक्ष मोहनलाल काबरा, संगठन सचिव गोपी किशन आगीवाल, सामाजिक एवं सांस्कृतिक सचिव चन्द्र प्रकाश माहेश्वरी, क्रिड़ा सचिव शंकर जी मून्दड़ा एवं प्रचार प्रसार सचिव अरुण कोठारी एवं कार्यकारिणी सदस्य पद पर अनिल कुमार दाखेड़ा, प्रेमसुख चोखड़ा, रामनारायण मून्दड़ा, अशोक बिड़ला, बसंतीलाल चेचाणी, श्यामलाल लाहोटी, कमलेश जागेटिया, भगवान गुप्ता, सत्यप्रकाश मून्दड़ा, कमलेश धुप्पड़, मुकेश देवपुरा, सुनील भदादा, गोविन्द जेथलिया, रमेश काबरा, सुरेश चन्द्र तोतला, प्रकाश चन्द्र देवपुरा, राम बाबू खटोड़, एवं हरिवल्ललभ ईनाणी नें शपथ ली।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माहेश्वरी सेवा सदन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम सुन्दर बिड़ला नें शपथ विधि सम्पन्न करवाई। श्री बिड़ला नें कहा कि शपथ लेना सरल है पर उस पर चलना दुष्कर है। उन्होनें सेवा सदन के प्रकल्पों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि असहायों की सहायता के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि माहेश्वरी महासभा के संगठन मंत्री श्री अशोक ईनाणी नें कहा कि युवाओं को शिक्षा एवं रोजगार के लिए महासभा विशेष रुप से प्रयत्नशील है। सभी स्तरों पर समाज संगठनों के विधिवत्त निर्वाचन, आदर्श संविधान की अनुपालना और अनुशासन से ही हम सामाजिक उन्नयन में सफल हो सकते हैं।
मुख्य वक्ता निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण माहेश्वरी नें कहा कि आज माहेश्वरी समाज के सामने अपनी विशिष्ठ पहचान बनाए रखना, जनसंख्या में कमी, समाज के अधीकृत संगठनों की अधिसत्ता की अवमानना, और विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी समाज बंधुओं को सक्रिय सहयोग बड़ी चुनौतियाँ हैं। आरक्षण के कारण समाज के युवाओं के लिए शिक्षा एवं रोजगार के अवसरों में भारी कमी आई है। मंगल आयोजनों में अपव्यय एवं प्रदर्शन की भावना के कारण मध्यम वर्ग की कमर टुट रही है। सशक्त सामाजिक एकता और अग्र क्रियाशीलता से ही हम इनका सामना कर सकते हैं।
जिला सभा के अध्यक्ष श्री जानकीलाल मूंदड़ा नें कहा कि नगर सभा ही सारे समाज की प्रतिनिधि संस्था है। प्रदेश मंत्री अर्जुन मंत्री नें उदयपुर नगर सभा के इतिहास पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन शंकर मूंदड़ा एवं रामस्वरुप सेठिया नें किया। धन्यवाद निवर्तमान सचिव जगदीशचन्द्र हेड़ा नें दिया।