अनुभव की अनिवार्यता समाप्त करने का अनुरोध

अरोड़ा ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
– निगम की सफाई कर्मचारियों की भर्ती में समाज के आवेदकों के लिए अनुभव की अनिवार्यता समाप्त करने का अनुरोध
ashok gehlotजयपुर। नगर निगम की ओर से निकाली गई सफाई कर्मचारियों की भर्तियों में दो वर्ष के अनुभव प्रमाण-पत्र की मान्यता को समाप्त करने के लिए मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे निगम द्वारा निकाली गई सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मिकी समाज के लोगों के लिए दो वर्ष के अनुभव प्रमाण-पत्र की मान्यता को समाप्त करें। अरोड़ा का कहना है कि यह वाल्मिकी समाज का पैतृक कार्य है, इसके लिए अनुभव की अनिवार्यता का कोई मतलब नहीं है। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ द्वारा संघ के जयपुर जिलाध्यक्ष राजकुमार गठेरा के नेतृत्व में अरोड़ा को इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपने गए वाल्मिकी समाज के लोगों को अरोड़ा ने भरोसा दिलाया कि वे मुख्यमंत्री से बात कर समाज की इस समस्या का समाधान कराने का पूरा-पूरा प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि निगम द्वारा निकाली गई सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मिकी समाज के 29000 लोगों ने आवेदन किया है, जिसमें निगम ने केवल 5400 लोगों के आवेदनों को सही माना है, बाकी आवेदनों को अनुभव प्रमाण-पत्र के अभाव में निरस्त कर दिया गया है। संघ ने मांग की है कि अनुभव प्रमाण-पत्र की अनिवार्यता को समाप्त कर सभी आवेदकों को चयन के लिए लॉटरी प्रक्रिया में शामिल किया जाए।

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