भीलवाड़ा – दलितों पर हो रहे अत्याचारों का रोकने और छुआछुत मिटाने के सरकारी दावे आजादी के 66 सालों बाद भी खोखले साबित हो रहे है। ऐसा ही एक वाक्या माण्डल तहसील के निम्बाहेडा़ जाटान ग्राम पंचायत के जस्सा का खैडा़ में रह रहे रंगास्वामी जाति के परिवारों में देखनों को मिला है। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में उपस्थित हुए सैंकडों ग्रामवासियों ने अपनी व्यथा बताते हुए जिला कलेक्टर औंकार सिंह को ज्ञापन दिया। ग्रामिण धर्मदास रंगस्वामी ने कहा कि वो करीब 30 वर्षों
से यहां निवास कर रहें हैं और हमारे सभी के बीपीएल राशन कार्ड व मतदाता पहचान पत्र बन हुए हैं लेकिन कुछ समाजकंटकों द्वारा हमारे घरों में तोडफोड की जा रही है। हमें यहां से जबरन भगाया जा रहा है। रंगास्वामी ने यह भी कहा कि ग्रामवासी हमें अपने गांवों में भी नहीं घुसने देते हैं और हम पर चोरी का झुठें आरोप लगाकर आये दिन प्रताडित करते है। प्रशासन की तरफ से उनको सरकार के अभियान के बाद भी अभी तक पट्टे नहीं दिये गये हैं।
दो किसानों के किसान क्रेडिट बनाकर दो अन्य व्यक्तियों ने की धोखाधड़ी, 1 लाख 39 हजार रूपये उठा लेने की कलेक्टर से की शिकायत
भीलवाडा़ – भीलवाडा़ के जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान आसीन्द तहसील के रूपपुरा ग्राम के दो किसान भाईयों को धोखाधडी पूर्वक किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर एक लाख 39 हजार रूपए उनके नाम से दुसरे व्यक्तियों ने उठा लेने की शिकायत जिला कलेक्टर को की।
पिडित ग्रामीण देवीलाल भील ने कहा कि हमने आसीन्द के एसबीआई बैंक से केसीसी का ऋण ले रखा था लेकिन 23 मार्च 2010 को गांव के ही तेजमल भील व पप्पु बलाई ने उनके दुसरे बैंक से ओर कृषि ऋण दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावजों पर साईन करवाकर एसबीआई की पाटन शाखा में ले जाकर ऋण उठा लिया। वहीं पिडित के भतीजे सांवर लाल भील ने कहा कि इस ऋण के बारे हमे उस वक्त पता चला जब ऋण वसूली के लिए ग्राम में बैंक कर्मी आये। उन्होनें जिला कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाकर जल्द-जल्द कार्यवाही की मांग की।.

दलित परिवारों ने कलेक्टर से लगाई सुरक्षा की गुहार
-रमेश पेसवानी
भीलवाड़ा
मो.न. 8107977731