उदयपुर। भारत विकास प्रताप तत्वाधान में राजकीय विशिष्ट माध्यमिक विद्यायल, रेजीडेन्सी परिसर उदयपुर में भव्य गुरूवंदन छात्र अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। गुरूओं की वन्दना, प्रतिभाशाली छात्रों का अभिनंदन, महिलाओं की सहभागिता के समन्वय से कार्यक्रम भव्य बन उठा।
समारोह का प्रारम्भ माँ सरस्वती की वंदना से हुआ। भाविप प्रताप के संरक्षक एवं मुख्य अतिथि डॉ. सत्यनारायण माहेश्वरी नें अपने उद्बोधन में शिक्षा के साथ विद्या ग्रहण पर बल दिया। बड़ों के प्रति आदर, व्यवहार में विनम्रता एवं स्वभाषा प्रयोग पर गर्व से व्यक्तित्व प्रखर बनता है। उन्होंने बताया कि भारत विकास परिषद् देशभर में 4000 विद्यालयों में 15 लाख विद्यार्थियों के मध्य इस कार्यक्रम को आयोजित करती है। वर्ष भर में 10000 गुरूवृंद एवं 25000 छात्रों को सम्मानित किया जाता है। यह सुनागरिक बनने का एक वृहद अभियान है।
सभी उपस्थित छात्रों ने शपथ ली कि वे देश को भारत के नाम से ही बोलेंगे, माता पिता, अध्यापको, महिलाओं एवं बडों का सम्मान करेंगे, राष्ट्रीय संस्कृति, परम्पराओं, चरित्र मूल्यों एवं मानव अधिकारों का सम्मान करेंगे और कोई भी व्यसन नहीं करेंगे।
संस्था प्रधान डॉ. चन्दकान्त पुरोहित ने अतिथियों का सम्मान किया । दो शिक्षिकाओं, अलका व्यास एवं मंजू आंचलिया का अध्यापन में उत्कृष्टता एवं समर्पण के लिए प्रशस्ति पत्र, शाल एवं उपरणा भेंट कर सम्मान किया गया। छात्राओं में कशिश शेख एवं महिमा सुवासिया का सतत् श्रेष्ठ प्रदर्शन , अनुशासन एवं सहशैक्षिक प्रवृतियों में भागीदारी के लिए अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष गोपाल पारिख, पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र पोरवाल, सचिव सुशीला मेहता, कमलेश धुप्पड़, रेन प्रकाश जैन, दीपक जैन, ललित प्रसाद माहेश्वरी, हेमलता माहेश्वरी का विशेष सहयोग रहा। निर्मला जैन एवं स्नेहलता दोशी नें संचालन किया।