शुचिता और पारदर्शिता के पर्याय थे दीनदयाल जी: किरण

kiran4भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय शुचिता और पारदर्शिता के पर्याय थे। उन्होंने सदैव सत्य निष्ठा और सिद्धान्तों पर दृढ़ता को सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन का आधार माना था। वे सर्वपंथ समभाव के प्रबल समर्थक थे। किन्तु उनका स्पष्ट मत था कि तुष्टिकरण से विभाजनकारी शक्तियों को बल मिलेगा और यह एकता के लिए घातक होगा। किरण नें दीनदयाल जी के 98 वें जन्मदिवस पर उन्हें हार्दिक श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि अवसरवादी एवं सिद्धान्तहीन राजनीति को परास्त करना हमारा ध्येय होना चाहिए। कांग्रेस मुक्त भारत, सशक्त भारत के लिए सतत कार्य ही हमें दीनदयाल जी के मार्ग पर आगे बढ़ाएगा।

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