बाड़मेर / बाड़मेर जिला मुख्यालय पर डेंगू का कहर शुरू हो गया। बाड़मेर के एक निजी चिकित्सालय में डेंगू के दो मरीज भर्ती हें जिसमे एक चिकित्सक की पुत्री हें ,लम्बे समय से चिकित्सा एवम स्वास्थ्य विभाग वायरस जनित बीमारी डेंगू पर अंकुश के तमाम दावे निराधार साबित हो रहे हें। पूर्व में बालोतरा , सिवाना जसोल में डेंगू के मरीज बड़ी तादाद में सामने आये थे । कई अभी भी पीड़ित हें। मगर जिला मुख्यालय पर डेंगू के मामले सामने आने के बावजूद विभाग उस पर पर्दा डाल नकारता रहा। बाड़मेर शहर स्थित सागर हॉस्पिटल में डेंगू के दो मरीज अपना उपचार करा रहे हें जिनमे एक चिकित्सक डॉ भानु प्रकाश बंसल की पुत्री हें। बाड़मेर शहर के यह दो प्रमाणित डेंगू केस हें।
सांचोर जेल में फायरिंग तीन कैदी फरार
बाड़मेर जिले के सरहद पर बसे सांचोर कसबे की जेल से तीन कैदी फरार हो गए। फरार होने से पहले जेल में फायरिंग की खबर हें। सूत्रानुसार सांचोर जेल में अचानक फायरिंग से अफरा तफरी मच गई ,इस अफरा तफरी में तीन कैदी फरार होने में सफल हो गए।
सांचोर जेल पर हमला, तीन हार्डकोर मुजरिम ले भागे हमलावर
बाड़मेर। जालोर के सांचोर इलाके में स्थित जेल में बंद तीन कैदियों को छुड़ाने के लिए हथियार बंद बदमाशो ने जेल पर हमला कर गोलीबारी की और इस हमले में एक सिपाही बुरी तरह घायल हो गया।जानकारी के अनुसार रविवार शाम करीब सवा छह बजे कौर्ट की तरफ से खुलने वाले जेल के दरवाजे पर किसी के खटखटाने की आवाज आई। उस वक्त जेल की सुरक्षा में तैनात संतरी हनुमाना राम ने दरवाजा खोल दिया तो सामने से आठ लोग हाथों में पिस्तौल ताने लपके और जेल में कार्यरत कार्मिको से जेल की चाबी छीन ली। हमलावरों ने जेल में बंद चौतीस कैदियों में से तीन को बाहर निकाल दिया और गोलीबारी करते हुए भाग गये। जेल में हुई गोलीबारी से सिपाही सुरेन्द्र सिंह जख्मी हुआ हैं जिसे अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया हैं। हमलावर कुख्यात अपराधी तस्करी और अपहरण मामले में लिप्त अनिल उर्फ़ पांडिया , राम कुमार और गोपा राम दरजी को छुडा कर ले गये गए हैं। जिसके बाद जेल में कार्यरत हेडकानिस्टेबल जगदीश प्रसाद ने पुलिस को सूचित किया उअर पुलिस ने उसके बाद नाकेबंदी करवाई हैं। पुलिस को सूचना मिलने पर आसपास के जिलो के थानों में भी नाकेबंदी करवाई गई हैं।