भारत-रूस सैन्य अभ्यास टैंक फायरिंग प्रतियोगिता 24 को

बीकानेर जिले की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में कांबेट व्हीकल्स में लगे हथियारों की लाईव फायरिंग से अभ्यास करते जवान।
बीकानेर जिले की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में कांबेट व्हीकल्स में लगे
हथियारों की लाईव फायरिंग से अभ्यास करते जवान।

 

भारतीय जवान कांबेट व्हीकल्स में लगे हथियारों की लाईव फायरिंग से निशाना साधते हुए।
भारतीय जवान कांबेट व्हीकल्स में लगे हथियारों की लाईव फायरिंग से निशाना
साधते हुए।

 

युद्वाभ्यास स्थल पर  दुश्मन के ठिकानेां की और कूच करते हुए जवान।
युद्वाभ्यास स्थल पर दुश्मन के ठिकानेां की और कूच करते हुए जवान।

 

रेंज में फुर्सत के पलों में रुसी सेना के जवान।
रेंज में फुर्सत के पलों में रुसी सेना के जवान।

 

छदम ठिकानेां केा भेदने के लिए निगाह लगाये रुसी सेना के जवान।
छदम ठिकानेां केा भेदने के लिए निगाह लगाये रुसी सेना के जवान।

-राजेंद्र सेन- बीकानेर। दक्षिण पश्चिमी कमान के अन्तर्गत एशिया  की सबसे बड़ी
फायरिंग रेंज महाजन में चल रहे भारत -रुस सैनय युद्वाभ्यास इंद्र 2013
में रूसी सैनिकों ने अपने टैंक और इंफैन्ट्र्ी कॉम्बेट व्हीकल्स में लगे
हथियारों की लाईव फायरिंग से मंगलवार को अभ्यास किए। सुबह से ही दोनेां
देशों के जवानों ने युद्वाभ्यास स्थल पर  सुर्योदय के साथ ही अभ्यास
प्रारंभ कर दिया।अभ्यास के दौरान जवानों ने टैंक फायरिंग प्रतियोगिता के
लिए तैयारियां शुरु कर दी है।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल एस.डी.गोस्वामी ने बताया कि भारत और रूसी सैनिकों
ने एक दूसरे के टैंकों के इस अभ्यास को जाना।रूसी सैनिकों ने यह अभ्यास
24 अक्टूबर 2013 को होने वाली टैंक फायरिंग प्रतियोगिता के लिए की। रूस
के जनरल ऑफिसर भी भारतीय अधिकारियों एवं जवानों से फायरिंग रेंज में मिले
और इस प्रतियोगिता के बारे में चर्चा की ।इसमें दोनों देशों की सेनाओ के
सशस्त्र बलेंा के जवान भाग ले रहे है। टैंक अत्याधुनिक तकनीकी संचार
उपकरणों, बस्तरबंद गाड़ियों और हवाई हमलों से दोनों देशों के जवानों ने
आतंकियों के ठिकानों को नेस्तानाबूद कर दिया। इसके तहत भारतीय व रूसी
सेना एंटी टेरिस्ट व काउंटर टेरिस्ट ऑपरेशन के साथ ही युद्व कौशल के गुर
सीखती है।
उन्होने बताया कि दक्षिण-पश्चिम कमान द्वारा महाजन फील्ड फायरिंग रेंज
में नई बनाई गई स्माल आमर््स फायरिंग रेंज में भारतीय एवं रूसी
मैकेनाइज़्ड इंफैन्ट्र्ी दलों ने छोटे हथियारों की फायरिंग प्रतियोगिता
में हिस्सा लिया।इस प्रतियोगिता में दोनों सेनाओं के मैकेनाइज़्ड
इंफैन्ट्र्ी सेक्शन की फायरिंग शामिल थी, जिस पर उनके सेक्शन कमाण्डर का
पूरा नियंत्रण था।दोनों देशों के सैनिकों में खेल भावना को बढ़ाने के लिए
शाम को एक वालीबॉल मैच का भी आयोजन किया गया।  भारतीय तथा रूसी ब्रिगेड
कमाण्डरों ने दोनों टीमों को पुरस्कार प्रदान किए।
उन्होने बताया कि भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास-इंद्रा महाजन फील्ड
फायरिंग में आयोजित किया जा रहा है।इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं
में रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना तथा संयुक्त राष्ट्र् शांति अभियानों में
एक इंटीग्रेटेड फोर्स की तरह कार्य करने की क्षमता को भी बढ़ाना है।

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