




सभा को सम्बोधित करते हुये मोदी ने कहा कि उदयपुर में पहली बार ऐसा जनसैलाब उमडा है, जहाँ स्टेडियम पूरी तरह से खचाखच भरा हुआ है। मोदी ने मेवाड के वीर पुरूष महाराण प्रताप और राण पूजा को याद कर अपने भाषण की शुरूआत की। मोदी ने आदिवासी समाज के नेताओ को याद कर कहा कि इनके पूर्वजों से सदा ही देशप्रेम, त्याग, बलिदान की भावना रही है। उन्होने कहा कि यह वही आदिवासी है, जिन्होंने आजादी के समय अग्रेजों को ललकारा था और मेवाड की धरती सदा से ही शुरवीरो की रही है।
मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले कई दिनों से सरकारी खर्चें पर गहलोत सरकार ने घोषनाओ और उद्घाटन कार्यक्रम की धुम मचा दी थी और सरकार पर आरोप लगाते कहा कि पिछले 5 वर्षो में जेब काटने वाले बाद अचानक मुख्यमंत्री और उनके मंत्री रिबन काटने में लग गये। मोदी ने राजनीतिक ताना मारते हुये कहा कि पार्टी के शहजादे राहुल को गहलोत सरकार पर भरोसा नही हैए इसके साथ ही राजस्थान उच्चतम न्यायलय और मानवाधिकार आयोग ने भी कई बार को फटकार लगा चुके है। गहलोत सरकार में हुये साम्प्रदायिक हिंसा का हवाला देते हुयें मोदी ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में राज्य में तकरीबन 80 ऐसी घटनाएं हुई है, जो कि गहलोत सरकार की सवेंदनशीलता पर सवालियां निशान है। यहां तक की राहुल गाँधी को भी अशोक गहलोत पर विश्वास नही है, भरोसा रहता तो वें राज्य सरकार को अंधेरे में रखकर उनके नेता अचानक गोपालगढ नही पहुंचते। जिस सरकार पर शहजादे को ही भरोसा नहीए वैसी सरकार को रहने का भी काई हक नही है।
उद्बोधन के दौरान मोदी ने केन्द्र सरकार और काग्रेस पार्टी पर भी जमकर निशाना साधते हुये कहा कि मौजूदा सरकार की नाकामियाब नीतियों के चलते महंगाई की दरो नें सारी हदों को पार कर दिया है। परिणामस्वरूप आम आदमी के घर में दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है। जब राजस्थान के गोपालगढ में झडप के दौरान राहुल गाँधी आये थे और वे उस दौरान जिस मोटरसाइकिल पर बैठे थे, वह भी चोरी की थी। हाल ही में राहुल की राजस्थान में हुई सभा पर बोलते हुये कहा कि वे सभा के दौरान क्या बोले और उनका मतलब क्या था, वो भी कार्यकताओ को समझ नही आया। राजस्थान सरकार ने प्रदेश को अंधेरे में धकेल दिया है, जबकि वसुन्धरा राजे कार्यकाल के दौरान तो नर्मदा नही का पानी राजस्थान की धरती पर आया था। काग्र्रेस सरकार आजकल फेमिली सीरीयल चलाने का काम कर रही है, जिसको लेकर ही राहुल बार-बार अपने परिवार की बात करते है।
मौजूदा सरकार की तुलना अटल बिहारी सरकार से करते हुयें मोदी ने कहा कि पूर्व में गुड 9 रूपयें प्रतिकिलो से बढकर 50 रूप्ये हो गया है। वही प्याज की कीमतों में 1500 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
वही दुसरी ओर केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार पूर्णतया घोटालो में लिप्त है, जिसमें कोयला 2जी, 3जी, वाड्रा जमीन घोटाला, कोयला जैसे घोटाले शामिल है। कटारिया के साथ हुई सीबीआई जांच को सियासती दावपेंच बताया और सीबीआई को सरकार की कटपुतली बताया।
अपने सम्बोधन के दौरान प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा कि सरकार की घोषनाओं को उपलब्धि नही कहा जा सकता है। राजे ने कहा कि सरकार क कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा मंत्री और विधायक महिला के दुव्यहार्र और यौन उत्पीडन के मामले में फंसे है। सरकार के द्वारा सिर्फ घोधनाएं ही की जाती है, उन पर अम्ल नही। राजे ने नये और विकासशील राजस्थान बनाने की बात कही।
सभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने सरकार पर आडे लगाते हुये कहा कि गहलोत सरकार ने सदा ही मेवाड की अनेदखी की है, जबकि मेवाड के कारण ही उनकी सरकार बनी है। बजट का मात्र 0.3 प्रतिशत भाग ही मेवाड को देने की बात कही।