अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी चूंकि किशनगढ विधानसभा चुनाव हार गए, इस कारण यह कयास लगाया जा रहा है कि उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के रिजू झुंझुनवाला को चार लाख से भी अधिक मतों से हराया, जो कि एक रिकार्ड है। हाल ही संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्हें किशनगढ में हार का सामना करना पडा। ऐसा माना जाता है कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने जो रिकार्ड वोट हासिल किए, उसका श्रेय मोदी को जाता है। यह सही भी है, क्योंकि वे इतने भी लोकप्रिय नहीं थे। अगर ऐसा है तो किशनगढ की हार उनके खाते में क्यों गिनी जानी चाहिए। मोदी के नाम पर भी वे कैसे हार गए? कहने की जरूरत नहीं है कि विधानसभा चुनाव में मोदी के नाम पर ही वोट मांगे गए थे।