रोजनामचा

आनासागर झील के लिए विषेश अधिकारी तैनात हो
आनासागर में जलकुंभी की लाइलाज समस्या से निपटने के लिए सारे प्रयासों के बाद अजमेर नगर निगम अब जा कर विषेशज्ञों के जरिए रसायनिक उपाय करेगी। सवाल ये है कि समस्या ने इतना विकराल रूप धारण कैसे कर लिया। अर्थात निगम के अधिकारियों को यह जानकारी ही नहीं है कि जलकुंभी पर नियंत्रण कैसे किया जाए। बेहतर यह होगा कि या तो निगम में ही एक विषेशज्ञ नियुक्त हो, अथवा किसी अधिकारी को यह जिम्मेदारी दी जाए, जो विषेशज्ञों से निरंतर संपर्क में रहे। ऐसा लगता है कि जलकुंभी को हल्के में लिया गया, जबकि ऐतिहासिक झील की संरक्षा पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए।

हितेष्वरी टाक एक्षन मोड में
अजमेर षहर जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष हितेष्वरी टाक संगठन से महिलाओं को जोडने की कवायद कर रही हैं। जानकारी मिली है कि वे न केवल नई महिलाओं से संपर्क कर रही हैं, अपितु हाषिये पर जा चुकी पुरानी महिला नेत्रियों व कार्यकर्ताओं को फिर सक्रिय करने की कोषिष कर रही हैं। उन्हें कितनी सफलता मिल पाती है, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि लंबे समय से यह संगठन मतप्रायः है। उसे पुनर्जीवित करना आसान काम नहीं है। वैसे लोकसभा चुनाव एक अच्छा मौका है, जिसमें की गई मेहनत का उन्हें आगामी नगर निगम के चुनाव में मिल सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि हितेष्वरी की बजाय लक्ष्मी बुंदेल को अध्यक्ष बनाया जाता तो संभवतः वे अधिक महिलाओं को जोड सकती थीं। वे थोडी बिंदास किस्म की नेत्री हैं, जबकि हितेष्वरी रिजर्व नेचर की हैं, संभ्रांत सी हैं। जानकारी है कि जब अध्यक्ष बनाने की कवायद चल रही थी तब लक्ष्मी बुंदेल का नाम भी पैनल में था, मगर उनके प्रति आम सहमति नहीं बन पाई। यूं हितेष्वरी की नियुक्ति करवाने का दावा दो-तीन लोग कर रहे हैं, और वे भी औपचारिक रूप से प्रमुख नेताओं का आभार जताती हैं, मगर नियुक्ति के तुरंत बाद हेमंत भाटी के ऑफिस में जिस प्रकार उनका स्वागत हुआ, प्रत्यक्षः श्रेय हेमंत भाटी को दिया जा रहा है। वैसे महिला कांग्रेस हाल ही कुछ सक्रिय हुई है, इसका ताजा उदाहरण है कि पूर्व अध्यक्ष सुरजीत कपूर लंबे समय बार फिर से कांग्रेस के कार्यक्रमों में नजर आने लगी हैं।

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