अजमेर 19 मई। अजमेर जिले के नसीराबाद उपखण्ड की न्यारा ग्राम पंचायत में मंगलवार को आयोजित न्याय आपके द्वार शिविर में न्यारा गांव की झुआ जी के नाम से जाने जानी वाली लगभग 70 वर्षीय कल्ली बाई व उसके दो बच्चों को आज अपनी जमीन का हिस्सा मिल गया जिसके लिए वह गत 18 वर्षों से विभिन्न राजस्व अदालतों के चक्कर लगा रही थी।
न्यारा में आयोजित शिविर में बुर्जुग महिला कल्ली पुत्री छोगा चमार अपने चल रहे राजस्व वाद को निपटाने हेतु उसे मिले नोटिस को लेकर शिविर में पहुंची और ग्रामवासियों व दूसरे पक्ष के साथ उपखण्ड अधिकारी नसीराबाद जयप्रकाश नारायण से मामले का निस्तारण करने का अनुरोध किया। वर्ष 1997 से विभिन्न राजस्व न्यायालयों में चल रहे मामले का निस्तारण आपसी सहमति से आज शिविर में हुआ और झुआजी कल्ली पत्नी घासी व उसके दो पुत्रों को तीस बीघा जमीन का एक चौथाई हिस्से का हकदार बनाकर राजस्व रेकार्ड में इसका इन्द्राज कर दिया।
न्यारा निवासी छोगा चमार की लगभग बीस वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई इसके दो पुत्रियां कल्ली व दाखू थी। कल्ली के दो बच्चे और दाखू के तीन बच्चों के सात अन्य बच्चे है जो शिविर में मौजूद रहे और उनके सामने ही नामान्तरकरण खोलकर जमाबंदी में इसका इंद्राज कर दिया गया।
उपखण्ड अधिकारी जयप्रकाश नारायण ने आपसी सहमति से अन्य मामलों का भी निस्तारण कर राजस्व रेकार्ड की दुरूस्ती की ।