सूरजपुरा, खरोल न्यूज सर्विस। षिक्षा सम्बलन अभियान के द्वितीय चरण मे कस्बे मे नवीन विद्यालय भवन मे स्थानान्तरित विद्यालय मे अराई ब्लॉक षिक्षा अधिकारी ने विद्यालय का निरक्षण कर बच्चो का षेक्षणिक स्तर जॉचा। ब्लॉक षिक्षा अधिकारी रामनारायण चौधरी ने षिक्षा सम्बलन अभियान के तहत विद्यालय पहुचे। विद्यालय का निरक्षण कर दस्तावेज का निरीक्षण किया। कक्षा तीन के बच्चो से गणित सम्बन्धित प्रष्नो पूछे। बच्चो से पहाडे सुने व बच्चो से पाठयपुस्तक से हिन्दी मे षुद्वउच्चारण करवाया। अग्रेजी के मिनिगं पूछते हुए सामान्य जानकारी सम्बन्धित सवाल जवाब किया। बच्चो कोषैक्षणिक स्तर संतोसप्रद रहा।
भौतिक निरीक्षण किया
बीईईओ चौधरी ने गत सोमवार को कस्बे से सूरजपुरा चौराहे जोडने वाली डामर सम्पर्क सडक पर स्थित पुराने विद्यालय भवन को अरनिया ताजसरोवर नहर व सूर सागर मे मध्य स्थित विद्यालयखेल प्रागण मे स्थित मे नवीन विद्यालय मे स्ािान्तरित किया गया था। विद्यालय की चारदिवारी ,कक्षाकक्ष,षौचालय,पेयजल पोसाहार व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओ का जायजा लेकर संस्था प्रधान से जानकारी लेकर आवष्यक दिषा निद्रेष दिए। इस दौरान प्रधानाध्यापक ्प््थ्वीराजसिह,विषाल ,पुस्पा देवी,भवरी पारीक,कामिनी वर्मा, निलम,रेखा दिवाकर मौजूद थे।
सामुदायिक भवन की विद्यालय प्रषासन नी ली सुध
नवीन विद्यालय परिसर मे बने सामुदायिक भवनषराबियो कीषरएाास्थली बनने व उपेक्षा का षिकार होने पर प्रकाषित खबर के बाद नवीन विद्यालय परिसर मे विद्यालय मे स्ािन्तारित होने पर विद्यालय प्रषासन ने सुध ली। ग्राम पंचायत प्रषासन ने विद्यालय प्रषासन को सौपा। विद्यालय प्रषासन व बच्चो ने हाथे मे झाडू व बाल्टी हाथो मे थामकर भवन की साफ सफाई की। भवन की उखडी फर्स पर बने खड्डो को बच्चो ने करनी थामकर समतल किया।
मिला बजट ,कार्य षुरू
ब्लाव की दस्तक पर जाग होने पर आठ बकरियों की बच्ची जान
पेड पोधौ की कटाई के कारण वनो की क्षति पहुचाने पर जगली जानवरो ने गावो की ओर भेजन की तलाष मे भटकते हुए आने लगे है। ऐसा ही मामला कस्बे मे गत रात्रि को जगली जानवर ब्लाव की घर पर दस्तक देने का सामने आया। गनिमत रही की जाग होने से दरवाजे के पास बन्धी आठ बकरियो की जान बच्ची। प्राप् जानकारी के अनुसार मंगलवार रात्रि को करीब बारह बजे पृथ्वीराज खारोल के घर के बाडे के ओर के दरवाजे पर खटखटाने की आहट हुई जिस पर घरवालो की जाग हुई। दरवाजे को खोलने पर कुत्ते के जैसै ब्लाव को सामने देखा। बताया जात है कि ब्लाव बकरीयो को आसानी से षिकार कर सकता है। बकरियो की गर्दन तोडकर मारने मे सक्षम है। घरवालो जाग होने सेबकरियो को बचाया जा सका । आए दिन ब्लाव के आने की खबरो से प्षुपालको मे अपने पालतु जानवरो को चिन्ता सताने लगी।