13 घंटे तक जाम रहा अजमेर-कोटा राजमार्ग

09-07-13-पीयूष राठी- केकड़ी। शहर से गुजरने वाले अजमेर-कोटा राजमार्ग पर सोमवार रात एक भारी वाहन के फंस जाने से भारी जाम लग गया। जाम मंगलवार प्रात: तक लगा रहा जो 13 घण्टे की कड्डी मशक्कत के बाद कहीं जाकर खुल पाया। 13 घण्टों तक लगे इस जाम में कई लोग फंस गये और उन्हे पूरी रात सड़क पर यूं ही गुजारनी पड़ी मगर कोई प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा।
अजमेर-कोटा राजमार्ग पर सड़क निर्माण कार्य पिछले कई समय से चल रहा हैं मगर ठेकेदार की लापरवाही के चलते ही पूरी सड़क जीर्णशीर्ण हो चुकी हैं तथा सड़क पर बड़े-बड़े गढ्ढे हो चुके हैं जिससे आयेदिन इस मार्ग पर दुर्घटनाऐं होती हैं। ठेकेदार की लापरवाही का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता हैं कि बरसात का मौसम होने के बावजूद भी सड़क के दोनों ओर गिट्टी ना डलवाकर चिकनी मिट्टी डलवा दी गई हैं जिससे उस मिट्टी ने दलदल की शक्ल अख्तयार कर ली हैं, जिससे कई वाहन सड़क से नीचे उतरते ही कीचड़ में ढंस कर दुघर्टनाग्रस्त हो जाते हैं। इन दुर्घटनाओं के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही जिसके चलते हर समय किसी बड़ी अनहोनी घटना के घटित होने की संभावना बराबर बनी हुई हैं।
09-07-13 - 409-07-13 - 2सोमवार को भी केकड़ी से 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम कोहड़ा के निकट एक भारी वाहन अनियंत्रित होकर फंस गया जिससे सड़क पर जाम लग गया। जाम के चलते कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई और आवागमन पूर्ण रूप से बंद हो गया। ग्राम कोहड़ा से केकड़ी तक वाहनों की कतार लग गई जिससे आमजन को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। इस जाम में भारी वाहनों के साथ ही अनेकों सवारी गाडिय़ां भी फंस गई जिससे उसमें सवार लोगों को पूरी रात जैसे तैसे सड़क पर अपने वाहनों में ही बितानी पड़ी। जाम की सूचना मिलते ही केकड़ी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और जाम खुलवाने के प्रयास शुरू कर दिये मगर पूरी रात जाम नहीं खुल सका जिसके बाद मंगलवार सुबह नसीराबाद से क्रेन मंगवाई गई और क्रेन की सहायता से फंसे वाहन को निकाला गया। फंसे वाहन को निकालने के बाद कहीं जाकर 13 घण्टे से लगा जाम खुल पाया और आवागमन फिर से शुरू हो पाया।
गौरतलब हैं कि विश्वप्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर को शिक्षा नगरी कोटा से जोडऩे वाला यह एक मात्र सड़क मार्ग हैं जिसके चलते भारी संख्या में वाहन इस सड़क से गुजरते हैं। साथ ही मार्बल खद्दानों के लिये देश में अपनी अलग पहचान रखने वाला सावर कस्बा भी इसी सड़क से केकड़ी व मार्बलमण्डी किशनगढ़ को जोड़ता हैं बावजूद इसके इस सड़क का ऐसा खस्ता हाल स्थानीय प्रशासन व सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करता हैं।
साथ ही लगभग 13 घण्टे क्षेत्र का मुख्य राजमार्ग जाम होने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा जो भी प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता हैं। सोमवार रात से ही क्षेत्र का मुख्य राजमार्ग जाम हो गया जिसके बाद केकड़ी पुलिस के वृतनिरीक्षक महेश चन्द्र मीणा भी मौके पर पहुंच गये और अपने उच्चाधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर दिया,बावजूद इसके किसी भी अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लेने की जहमत नहीं उठाई। ऐसे में सवाल खड़ा होता हैं कि जहां आमजन को समस्याओं से निजात दिलाने के लिये प्रतिसप्ताह प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं वहीं जब 13 घण्टों तक आमजन एक ऐसी जगह फंसे हैं जहां उन्हे पीने के पानी के लिये भी तरसना पड़ा तो प्रशासनिक अधिकारी वहां क्यों नहीं पहुंचे?? बहरहाल देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो पाता हैं और कब आमजन को ऐसे गढ्ढों भरी सड़क से निजात मिल पाती हैं।

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