किशनगढ़ में मातमी धुनों की बीच ताजिये सैराब

ksg 5ksg 6मदनगंज-किशनगढ़। मार्बल नगरी किशनगढ़ में हजरत इमाम हुसैन की शाहदत को याद करने के लिए मातमी धुनों व गमगीन माहौल में ढोल ताशो के साथ शुक्रवार को मोहर्रम पर्व रंगबिरंगी रोशनी से सुसज्जित ताजिए निकाले गए। गांधीनगर क्षेत्र से रात्रि में कसाई मोहल्ले पहुंचे ताजिए शुक्रवार को रेल्वे स्टेशन रोड होते हुए मुख्य चौराहा पहुंचे जहां पर मुस्लिम धर्मावलंबियो ने ताजिये के सामने नंगी तलवारों, कटारो आदि के साथ हाईदौस खेला। ताजियों में बडे ताजियो के अलावा 2 छोटे ताजिए भी शामिल थे। मुख्य चौराहे पर अपने हाथों, सीने, आंखे, गालों में सुईयां पिरोकर व वापस निकालकर हैरतअंगेज कारनामे, व्यायामशालाओं के पठ्ठो द्वारा लकडी द्वारा दुश्मन पर वार तथा दर्जनों लोगों ने नंगी तलवारे, फरसे, कटार आदि हाथों में लहराते हुए हाईदौस का करतब तथा ढोल वादकों द्वारा मातमी धुनो की जुगलबंदी तथा बडे ताजियों की रंग बिरंगी रोशनी की साजसज्जा दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। ताजियो के साथ सैकड़ो धर्मावलंबी रंग बिरंगे परिधानो में जुलूस एवं चाट-पकौडी की दुकानों का मजा ले रहे थे। दोपहर 2 बजे कसाई मौहल्ले से रवाना हुए ताजिया जुलुस सांय 4 बजे मदनगंज चौराहे पर करीबन 4 घंटे तक रूका रहा। रात्रि में सभी ताजियों को गांधीनगर स्थित करबला में सैराब किया गया।
चढ़ाए मन्नत के फूल-मुख्य चौराहे पर ताजियों को रखा गया जहां अपनी मन्नतों के लिए मुस्लिम समाज की महिलाओं व अन्य समाज की महिलाओं व बच्चों ने मन्नत के धागे बांधे व फूल माला चढ़ाई।
चौकस रहा प्रशासन-ताजियों के जुलूस में स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। मदनगंज थाना हरिराम कुमावत व शहर थाना प्रभारी रामचन्द्र नेहरा के नेेतृत्व में यातायात की सुचारू व्यवस्था की। मील चौराहा, शार्दूल स्कूल के पास, सब्जी मंडी, बस स्टैंड, सुमेर टॉकीज व अन्य जगहों से वाहनों को निकाला गया।
-राजकुमार शर्मा

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