स्मार्ट सिटी में स्मार्ट बने अजमेर के शिक्षक व स्कूल-देवनानी

शिक्षा मंत्री देवनानी ने ली शिक्षा अधिकारियों एवं संस्था प्रधानों की बैठक
शहरी क्षेत्र में 10 वीं एवं 12 वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए जुटने के निर्देश
PROAJM (1) Dt. 28 Jan 2015PROAJM (2) Dt. 28 Jan 2015अजमेर। शिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने एक अभिनव पहल करते हुए विद्यालयों में शिक्षण एवं परीक्षा परिणामों में उत्तरोतर सुधार तथा विद्यालयों एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा अधिकारियों तथा संस्था प्रधानों से सीधे बात की। उन्होंने एक शिक्षक के रूप में खुद को प्रस्तुत कर कहा कि शिक्षक पूरे मनोयोग से कार्य करे तो निश्चित रूप से बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने संस्था प्रधानों को निर्देश दिए कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाली राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10 वीं तथा 12 वीं बोर्ड परीक्षा के लिए योजनाबद्घ तरीके से कार्य करें ताकि पिछले साल की अपेक्षा इस बार बेहतर परिणाम हासिल हो सके।
शिक्षा मंत्री श्री देवनानी ने अपनी अभिनव पहल के शुरूआत अजमेर शहर में शिक्षण व्यवस्थाओं में सुधार तथा बेहतर परीक्षा परिणामों की तैयारी के निर्देशों के साथ की। श्री देवनानी ने बुधवार को राजकीय जवाहर उच्च माध्यमिक विद्यालय अजमेर में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा शहर के सभी राजकीय उच्च माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालयों के संस्था प्रधानों की बैठक ली।
बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता शिक्षण व्यवस्थाओं में सुधार की है। आगामी दिनों में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10 वीं एवं 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं होनी है। सभी शिक्षकों को इस परीक्षा के लिए जुट जाना होगा। उन्होंने सभी संस्था प्रधानों को निर्देश दिए कि परीक्षाओं के बेहतर परिणाम के लिए शीघ्र योजना तैयार करे एवं उस पर अमल शुरू कर दें। जिन स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा हो चुका है तथा उन स्कूलों के शिक्षकों को आपसी सहमति से पास की स्कूलों में जहां शिक्षकों की कमी है, भेजकर पाठ्यक्रम पूरा कराया जाए।
श्री देवनानी ने शिक्षकों के अन्य कार्य में व्यस्त रहने तथा समय पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं कराने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अब परिणामों की मोनिटरिंग की जाएगी। खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों तथा संस्था प्रधानों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जिन स्कूलों में फण्ड है वे व्यवस्थार्थ शिक्षक लगाने के लिए फण्ड का उपयोग कर सकते हैं। इस सारी कवायद के पीछे उद्देश्य यह है कि स्कूलों का बोर्ड परिणाम बेहतर हो। उन्होंने सभी संस्था प्रधानों से पिछले वर्ष के परिणामों की जानकारी ली तथा उन्हें निर्देश दिए कि इस वर्ष पिछली बार से अच्छा परिणाम होना चाहिए। संस्था प्रधान पाठ्यक्रम पूरा कराने तथा रिविजन के लिए अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाए।

स्मार्ट बनें शिक्षक और शिक्षण संस्थाएं
देवनानी ने कहा कि अजमेर को स्मार्ट सिटी घोषित किया गया है। स्मार्ट सिटी के विद्यालय और शिक्षक भी स्मार्ट होने चाहिए। सरकारी विद्यालयों में संसाधन पूरे हैं और शिक्षक भी अनुभवी तथा योग्यताधारी है। इसके बावजूद परिणाम कम आना चिंताजनक है। उन्होंने संस्था प्रधानों से कहा कि वे स्कूल को सरकारी न मानकर अपने परिवार की तरह माने और सभी से संवाद कायम करें। शिक्षकों को बेहतर शिक्षण तथा बेहतर परिणाम देने के लिए प्रेरित करे तथा विद्यार्थियों से भी समय-समय पर अनौपचारिक संवाद करें। बहुत से शिक्षक कक्षा नहीं लेते। ये गम्भीर है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संस्था प्रधान तथा शिक्षक विद्यार्थियों से सीधा संवाद कायम कर उनकी समस्याओं की जानकारी ले तथा उनके समाधान के लिए प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि एसडीएमसी कमेटी विद्यालय की महत्वपूर्ण कमेटी है। इसमें क्षेत्र के भामाशाहों तथा ऐसे व्यक्तियों को जोड़ा जाए जो सक्रिय रह कर विद्यार्थियों को विद्यालय से जोड़ सके। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा सम्बलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उसमें भी पूरा सहयोग किया जाएगा। श्री देवनानी ने कहा कि कम्प्यूटर आज के युग की अनिवार्यता है। विद्यार्थियों को स्कूलों में उपलब्ध कम्प्यूटर का उपयोग सुनिश्चित कराया जाए।

स्वच्छता अभियान पर दें विशेष ध्यान
बैठक में श्री देवनानी ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी तथा संस्था प्रधान विद्यालयों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। राज्य सरकार ने हाल ही ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों की स्वच्छता के लिए 37.5 करोड़ रूपये का बजट दिया है। शहरी क्षेत्रों में विद्यालय अपने फण्ड से साफ-सफाई का खर्च वहन करें। जिन किराए के स्कूलों में नये निर्माण नहीं हो सकते वहां पोर्टेबल टॉयलेट बनवाएं जाए।

नामांकन और उपस्थिति सुनिश्चित करें अधिकारी
शिक्षा मंत्री श्री देवनानी ने दोपहर में जवाहर स्कूल में प्रारम्भिक शिक्षा अभियान के अधिकारियों की बैठक भी ली। श्री देवनानी ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा होती है। केन्द्र व राज्य सरकार सरकारी स्कूलों में प्रारम्भिक शिक्षा की उन्नति एवं संवद्र्घन के लिए सबसे ज्यादा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर सरकारी योजनाओं को लागू करने एवं उनकी सफलता की जिम्मेदारी शिक्षकों व शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों की है। अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझे और आठवी तक के स्कूलों में नामांकन बढाने तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा के विद्यालयों में नामांकन, ठहराव, उपस्थिति तथा शिक्षक के स्तर को सुधारने के लिए लगातार मोनिटरिंग एवं भ्रमण करें। अधिकारी शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के अभिभावकों से संवाद कायम करे तो नामांकन और उपस्थिति में सुधार आएगा।

शिक्षा मंत्री करेंगे निरीक्षण
शिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि वे स्वयं शिक्षण व्यवस्थाओं में सुधार के लिए निरीक्षण करेंगे। श्री देवनानी प्रत्येक माह एक स्कूल में जाएंगे तथा वहां पर विद्यार्थियों को शिक्षण कराने के साथ साथ उनका शैक्षणिक स्तर भी जाचेंगे।

विकास कार्याें का शुभारम्भ
अजमेर। शिक्षा मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने आज राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाईन में विकास कार्याें का शुभारम्भ किया। स्वच्छता अभियान के तहत विद्यालय में बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग टॉयलेट बनाए जाएंगे। श्री देवनानी ने विद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए कि स्वच्छता अभियान के तहत कार्याें का गम्भीरता से निर्वहन करें तथा स्कूल में साफ-सफाई बनाए रखें।

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