पशु पालक और सर्कस झूले सहित अस्थाई दुकानों से आबाद हुआ मेला क्षेत्र
अंतराष्ट्रीय पुष्कर मेला हालाँकि गोपाष्टमी 19 नवम्बर से शुरू होगा लेकिन प्रशासन की तरफ से ओपचारिक शुरुआत कल से हो गई इस बार प्रशासन ने मेले को 12 नवम्बर से 27 नवम्बर तक मेले को तीन भागो में बाँट दिया जबकि प्रतिवर्ष मेला गोपाष्टमी से शुरू होता हे तथा पंच तीर्थ स्नान एकादशी से महापूर्णिमा तक होता हे लेकिन मेले को इस बार प्रशासन ने अच्छा और लोकप्रिय बनाने के लिए मेले को 12 नवम्बर से 27 नवम्बर तक का कर दिया हालाँकि मेले के सभी कार्यक्रम गोपाष्टमी से ही शुरू होंगे तथा पंच तीर्थ स्नान 21 नवम्बर से 25 नवम्बर तक होगा मेले में भीड भी इन पांच दिनों में पडती हे। लेकिन प्रशासन ने प्रयटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए मेले को जल्दी शुरू करवा दिया ताकि पुष्कर में आने वाले विदेशी मेहमान ज्यादा रुके और मेले का असली लुत्फ़ उठा सके।वेसे कार्तिक माह शुरू होते ही पुष्कर में देशी विदेशी लोगो की भारी आवक शुरू होने से मेले जेसा माहोल हो रखा हे यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए इस बार पुलिस प्रशासन ने भी अच्छी व्यवस्था कर रखी हे तथा अभी से कसबे में वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया। मेला क्षेत्र में ऊंट और घोड़ो की आवक शुरू हो गई तो वही सर्कस मोंत का कुआ झूले अस्थाई दुकाने लग चुकी हे तो इस बार प्रशासन ने भी मेले से पूर्व इनके बिजली पानी की माकूल व्यवस्था कर रखी हे। मेला क्षेत्र में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए ऐसा लगता हे की अभी से ही मेला शुरू हो गया हे ।कस्बे के बाजारों मंदिरों और घाटो पर भी यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही हे।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर।