मित्तल हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जरी पर नि:शुल्क परामर्श शिविर आयोजित

न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने रोगियों को दिया परामर्श

पुष्कर रोड, अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल में आयोजित न्यूरो सर्जरी पर नि:शुल्क परामर्श शिविर में मरीजों को देखते न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा।
पुष्कर रोड, अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल में आयोजित न्यूरो सर्जरी पर नि:शुल्क परामर्श शिविर में मरीजों को देखते न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा।
अजमेर, 17 अप्रेल। पुष्कर रोड, अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर में रविवार को न्यूरो सर्जरी पर नि:शुल्क परामर्श शिविर आयोजित हुआ। न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने गर्दन में दर्द, सरवाइकल स्पोंडिलाइटिस, सियाटिका, पुराना सिर दर्द व चक्कर आना, हाथ-पांव में कंपन व सुन्नपन, दिमागी बुखार, मंदबुद्धिता, बेहोशी, याददाश्त कम होना, हाथ-पांवों का टेढ़ा होना, देर से बोलना व चलना आदि न्यूरो से संबंधित अनेक रोगियों को नि:शुल्क परामर्श प्रदान किया। शिविर में अजमेर, किशनगढ़, रूपनगढ़, नागौर, ब्यावर, पुष्कर आदि ग्रामीण क्षेत्रों से कई पीडि़त परामर्श के लिए पहुंचे।
मित्तल हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि मिर्गी(ताण), लकवा, माइग्रेन, कमर व गर्दन में दर्द, चक्कर आना, हाथ-पांव में कंपन व सुन्नपन, हाथ-पांवों का टेढ़ा होना, देर से बोलना व चलना आदि से पीडि़तों वृद्ध, युवक व बच्चों की संख्या काफी थी।
मसूदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहम्मद कय्यूम खान गर्दन में दर्द की शिकायत पर न्यूरो सर्जन डॉ. सिद्धार्थ वर्मा की सलाह लेने पहुंचे। रूपनगढ़ निवासी नंदराम ने बताया कि वे पेशे से अध्यापक हैं विगत कुछ समय से हाथ में सुन्नपन महसूस कर रहे हैं। एक हाथ में कमजोरी लगती है। न्यूरो के नि:शुल्क कैंप के बारे में जानकारी मिली तो सलाह लेने अजमेर आ गए। अजमेर निवासी गोविंद बालोठिया ने बताया कि वे अपने भांजे के लिए डॉ. सिद्धार्थ वर्मा से परामर्श लेने शिविर में आए हैं। उनका भांजा अभी दो साल का ही है उसकी सामान्य ग्रोथ को लेकर परेशानी है। अजमेर के ही 74 वर्षीय सतीश चंद गुप्ता ने बताया कि वे विगत पंद्रह साल से स्पाइनल बीमारी से पीडि़त हैं, कुछ दिनों से पैरों में कमजोरी, अकडऩ, कंपन से तकलीफ पा रहे थे इसलिए परामर्श लेने शिविर में आए। 82 वर्षीय पूनम चंद वर्मा के पुत्र मुकेश ने बताया कि उनके पिता का एक हाथ और पैर सुन्न हो गया है। पीपलाज में अध्यापक सूर्य प्रकाश शास्त्री को एक पैर में दर्द, कंपन की शिकायत है। डाक विभाग से सेवानिवृत्त 62 वर्षीय प्रेमसिंह पीठ में दर्द, चलने व उठने-बैठने में तकलीफ से पीडि़त होने के कारण शिविर में परामर्श लाभ लेने पहुंचे। गुलाब बाड़ी निवासी हेमंत भाटी तो जन्म से ही हाथ-पांव में टेढ़ापन और मंदबुद्धि से पीडि़त हैं। पिछले दिनों उन्हें ताण आने की तकलीफ बढ़ गई इसलिए परिजन उन्हें लेकर शिविर में परामर्श लेने पहुंचे।
गौरतलब है कि शिविर में कुछ मरीज ऐसे भी पहुंचे जो विगत एक-दो साल से अपनी पीड़ा से मुक्त होने के लिए जरूरी ऑपरेशन को सिर्फ आर्थिक तंगी के कारण टालते आ रहे थे। उन्हें राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल सकता है इसकी खबर ही नहीं थी। भामाशाह योजना में नि:शुल्क उपचार होने की सूचना पाकर उन्हें काफी संबल मिला।
निदेशक सुनील मित्तल ने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत मित्तल हॉस्पिटल की सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाओं का नि:शुल्क लाभ वंचित वर्ग उठाने लगा है। मित्तल हॉस्पिटल की सुपरस्पेशियलिटी सेवाओं में न्यूरोलॉजी एवं न्यूरो सर्जरी सहित कार्डियोलॉजी, हार्ट एंड वास्कुलर सर्जरी, कैंसर रोग, गुर्दा रोग, मूत्र रोग व गैस्ट्रोएण्ट्रोलॉजी भी शामिल हैं। निदेशक मित्तल ने बताया कि शिविर में पंजीकृत रोगियों को निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत तथा ऑपरेशन व प्रोसीजर्स पर दस प्रतिशत तक विशेष रियायत प्रदान की गई।

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