झूलेलाल मन्दिर मदार में चालीहो उत्सव पर संतो ने दिये आर्षीवचन

IMG-20160801-WA0200अजमेर – स्वामी बंसतराम दरबार के सांई ओमप्रकाष, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास उदासीन, प्रेम प्रकाष आश्रम के दादा नारायणदास ने आर्षीवचन देते हुये कहा कि सेवा व स्मरण करते हुये अपने जीवन में ईष्टदेव की आराधना करनी चाहिये। अवसर था सिन्धु समिति की ओर से इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर,चांद बावडी के सहयोग से चल रहे झूलेलाल चालीहो उत्सव के तहत झूलेलाल मन्दिर, जे.पी. नगर 1, मदार में धार्मिक आयोजन का। संतो ने ईष्टदेव झूलेलाल के चालीहो का महत्व समझाते हुये निरंतर घर व मन्दिर में पूजा अर्चना करते हुये जीवन में सादगी की प्रेरणा दी।
मन्दिर सेवा समिति की अध्यक्ष पुष्पा साधवाणी ने बताया कि मंदिर में उत्सव का षुभारंभ संतों के साथ सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाष किषनानी, भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, सिन्धु समिति के अध्यक्ष जयकिषन लख्याणी द्वारा इष्टदेव झूलेलाल की पंचजोत प्रज्जवलन से किया गया। कार्यक्रम में मषहूर कलाकार घनष्याम भग्त के साथ कलाकारों ने संगीत के कार्यक्रम व भजन पंजणों को गाकर माहौल भक्तिमय कर दिया। कार्यक्रम कें अंत में 151 दीपकों से दीपदान व महाआरती व आम भंण्डारें का आयोजन किया गया। उत्सव का विषाल समापन 25 अगस्त को अनासागर जेटी पर किया जायेगा।
इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर की ओर से ऐसे आयोजन निरंतर 40 दिनों तक अलग अलग कॉलोनी व मन्दिरों में चल रहे हैं।
उत्सव में विकास समिति के अध्यक्ष मनोज नानकाणी, दयाल कलवाणी, लक्षमण आलवाणी, राजकुमार किषनचंद सोनी, लीला आसवाणी, षान्ता परमार, कविता करनाणी, रेखा, सीता पागराणी ने सभी का स्वागत करते हुये सेवा की।
कार्यक्रम में मोहन तुलस्यिाणी, महेष टेकचंदाणी, मनोज आहूजा, नारी वाघनाणी, नरेन्द्र बसराणी सहित अलग अलग संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(जयकिषन हिरवाणी)
सचिव,
मो.9414437621

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