जीएसटी पर भाजपा एवं विभिन्न व्यापारी संगठनों की सेमिनार

04072017 (2)अजमेर 04 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी अजमेर और शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठन सामाजिक संगठन ग्राहक हितों के प्रति जागरुक संगठन एवं बुद्धिजीवियों, उत्पादको की जीएसटी को लेकर सेमिनार आयोजित की गयी। जिसमें जीएसटी को लेकर उत्पन्न भ्रांतियों को दूर करने के लिए आज अजमेर के वरिष्ठ चार्टेड अकाउंटेंट भारतभूषण बंसल, अजीत अग्रवाल, अंकित सोमानी ने विस्तारपूर्वक जीएसटी का विषय रखा।
सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ व्यवसायी आनंद प्रकाश अरोड़ा ने कहा कि सेमिनार के अंदर विभिन्न व्यापारिक संघो ने इसका स्वागत करते हुए विस्तारपूर्वक इससे संबंधित जानकारियां प्राप्त की एवं इसको देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला बताया।
चार्टेड अकाउंटेंट अंकित अजय सोमानी ने कहा कि जिस व्यापारी को अनेक जगह कर देना पड़ता था अब उसे एक कर देकर ग्राहक से चार्ज करना होगा। सालाना 20 लाख तक के लेनदेन करने वाले व्यापारी को जीएसटी से मुक्त रखा गया है। 75 लाख रूपये सालाना व्यापार करने वाले व्यवसायियों को कम्पोजिशन टैक्स के जरिये एक, दो व पांच प्रतिशत की श्रेणी में ही रखा गया है। इससे अधिक व्यवसाय करने वाले अजमेर में व्यवसासियों के 20 प्रतिशत से अधिक नहीं है। जिन्हें विस्तृत टैक्स देना होगा।
चार्टेड अकाउंटेंट अजीत अग्रवाल ने कहा कि किसी भी देश की सभ्यता को बढ़ाने के लिये आधुनिकरण व मूलभुत सुविधा जो हम सरकार से चाहते है उस व्यवस्था के लिये इस कर प्रणाली में सुधार कर सभी को स्वागत करना चाहिए। बाजार में प्रतिस्पर्धा की बजाय कर देकर देश के विकास के लिये भी सोचना चाहिए।
चार्टेड अकाउंटेंट भारतभुषण बंसल ने कहा कि जो व्यापारी व जनता को अप्रत्यक्ष रूप से टेक्स देना पड़ता था अब वह एक राष्ट्र, एक बाजार, एक कर के रूप में उसे लागू किया गया है। इसके सरलीकरण के लिये विचार विमर्श चल रहा है।
इस अवसर पर शहर जिलाध्यक्ष अरविंद यादव ने कहा कि सरकार ने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरणा को ध्यान में रखते हुए अंतोदय के तहत अंतिम छोर पर बैठे व्यापारी व व्यक्ति की चिंता रखकर इस पुरे जीएसटी को क्रियाविंत रूप प्रदान किया है। मध्यम वर्गीय व निम्न वर्गीय व्यापारियों के लिये सरकार ने विशेष छुट दी है जिससे अजमेर का बहुसंख्यक व्यापारी वर्ग लाभांवित होगा। जो सराहनीय है। अजमेर का 80 प्रतिशत व्यापारी 5 हजार का व्यापार करने वाला जीएसटी के दायरे से बाहर है, से 20 हजार रूपये प्रतिदिन व्यापार भी लाभांवित हुआ है।
एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा कि सरकार ने अपनी नेक नियती के संकल्प को दोहराते हुए 1 जुलाई को इसे लागू कर दिया। अब हमें अपने देश को विश्व गुरू के रूप में खड़ा करने के लिये क्रियान्विती के लिये कार्य करना चाहिए और यदि कुछ भ्रांतियां है तो उसे दूर करने के प्रयास चल रहा है।
शहर के प्रथम नागरिक महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि देश की मूलभुत सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी, न्याय, कानून जैसी अनेकों सुविधाओं के लिये सरकार द्वारा दी जाती है। देश के विकास के लिये लगाये इस समान टैक्स से बाजार के विक्रय मुल्य पर अंकुश लगेगा। चाहे वो सामान दिल्ली से खरीदे, चाहे अजमेर से उसे समान मुल्य में मिलने में आसानी रहेगी। इस टैक्स के सरलीकरण हेतु सरकार व संगठन द्वारा जिले के बुद्धिजीवी, उद्योगपति, व्यापारी व जनता से चर्चा करते हुए इसके सरलीकरण हेतु सुझाव आमंत्रित किये गये है।
अजमेर व्यापारिक संघ के सर्व श्री नरेंद्र छाबड़ा, राधेश्याम अग्रवाल, रामचरण, दिनेश अग्रवाल, नवीन सोगानी, जोधा टेकचंदानी, सुभाष खंडेलवाल प्रमुख व्यवसाई सीताराम गोयल आदि ने जीएसटी को लेकर उत्पन्न भ्रांतियों के समाधान की प्रक्रिया पर विश्वास जताते हुए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा व्यापारिक संगठन कंवल प्रकाश किशनानी ने इस की प्रस्तावना रखते अपने संचालन में सभी व्यापार संघ और बुद्धिजीवियों उत्पादकों ग्राहक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किये। इस अवसर पर कुछ व्यापारियों ने व्यापार कल्याण बोर्ड बनाने का सुझाव दिया जिसके तहत व्यापारी व सरकार के बीच में सेतू का काम हो सके। जो जीएसटी चार्ज किया जा रहा है उसमें सामाजिक सुरक्षा बीमा जैसी सुविधाएं मिले।
इसी प्रकार 2 जुलाई को बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के आयोजित की गई इसी प्रकार की सेमिनार में भाग लेने पर जिस प्रकार से व्यापार महासंघ के संरक्षक श्री कालीचरण खंडेलवाल को जिस प्रकार से महासभा के अध्यक्ष ने पदमुक्त किया उसको उपस्थित सभी व्यापारिक संगठनों ने अनुचित मानते हुए इसकी घोर निंदा की इस अवसर पर मौजूद व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों कार्यसमिति सदस्यों ने बताया कि यह कृत्य कार्य समिति को बिना विश्वास में लिए किया गया है तथा शीघ्र व्यापार महासंघ की बैठक आयोजित कर इसका समाधान किया जाएगा।
शनिवार में चर्चा हुई की 30 जून की अर्धरात्रि के 30 जून के अर्धरात्रि महामहिम राष्ट्रपति जी ने जब जीएसटी की घोषणा की तो उन्होंने इसे राष्ट्र हित में उठाया गया महत्व कदम बताने के साथ ही संपूर्ण देश की साझा विरासत भी बताया इससे पूर्व भी विभिन्न चरणों में हुई 18 बैठकों के मंथन के बाद संसद के दोनों सदनों में सभी दलों की सर्वसम्मति से जीएसटी बिल पारित हुआ इसलिए यह विषय राजनीतिक मामलों से ऊपर उठकर है तथा ऐसे विश्व में राजनीतिक स्वार्थों से प्रेरित होकर किसी भी पदाधिकारी को बर्खास्त कर देना निंदनीय है।
सेमीनार के पूर्व यूआईटी अध्यक्ष धर्मेश जैन महामंत्री जयकिशन पारवानी, रमेश सोनी देवेन्द्र शेखावत ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर विधिवत प्रारम्भ किया।
सेमिनार में विकास सोनगरा, हीरालाल जींगर, उमेश गर्ग, जोधा खेमचन्दानी, रश्मि शर्मा, रामचरण बंसल, डॉ. राधेश्याम अग्रवाल, पवन फतेहपुरिया, रमेश कुमार शर्मा, रमेश चेलानी, पुनमचंद मारोठिया, नवीन सोगानी, मुकेश यादव, पारसचंद लालवानी, नरेन्द्र सिंह छाबड़ा, बालिश गोहिल, जयकुमार उपाध्याय, ललित नागरानी, दिलित बुलचन्दानी, किशोर टेकवानी, चन्द्रशेखर राठौड़, विकास जैन, उमेश शर्मा, एन.के. व्यास, भागचंद जैन, मुकेश हाड़ा, अशोक शर्मा, माणकचंद सिसोदिया, पारसमल बाकलिवाल, सुमित हेड़ा, सीताराम शर्मा, मूलचंद खण्डेलवाल, सुलोचना शुक्ला, संजय अरोड़ा, सैयद सलीम, पार्षद विरेन्द्र वालिया, भवानी सिंह जैदिया, मोहन लालवानी, राजकुमार साहू, धर्मपाल जाटव, संतोष मौर्य, पिंकू गुर्जर, बलराम हरलानी, राजेन्द्र सिंह राठौड़, चन्द्रेश सांखला, धर्मेन्द्र सिंह चौहान, महेन्द्र जैन मित्तल, रमेश सोनी, धर्मेन्द्र शर्मा, नीरज जैन, अनुपम गोयल व अजमेर के प्रबुद्ध नागरिक, व्यापारी, उद्योगपति इस सेमिनार में उपस्थित थे।

जयकिशन पारवानी
महामंत्री भाजपा शहर जिला अजमेर
मो. 9413040144

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