अजमेर, 03 अगस्त। अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में जारी जन कल्याणकारी योजना शिविरों के तहत आज वार्ड 11 में आयोजित शिविर में 500 से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किया गया। इन्हें उज्जवला गैस कनेक्शन, पेंशन, जनधन व पालनहार सहित अन्य योजनाओं के तहत लाभ प्रदान किया गया। लाभार्थियों के चेहरे राहत पाकर खुशी से खिल उठे।
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने शिविर का अवलोकन कर विभागों के अधिकारियों को संवेदनशील होकर काम करने के निर्देश दिए। आमजन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाना है। सरकार की कोशिश है कि कोई व्यक्ति योजनाओं से वंचित ना रहे। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने राजस्थान की आधा आबादी को पूरा हक दिलाया। भामाशाह योजना में घर की महिला को मुखिया मानते हुए लाभ दिया जा रहा है। लाभान्वितों को सीधे बैंक खाते में राशि का हस्तान्तरण किया जा रहा है। प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं लागू की गई हैं। किसी तरह का भेदभाव किए बिना हमने सभी को साथ लेकर काम किया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक वर्ग तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया है। भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, अन्नपूर्णा योजना, अन्नपूर्णा दूध योजना, अन्नपूर्णा भंडार, राजश्री योजना, श्रमिक कार्ड , उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान तथा ऎसी ही अनेक योजनाएं हैं, जिनसे करोड़ों लोगों को राहत मिली है।
शिविर में शिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी ने हाथों-हाथ आवेदकों को उज्जवला गैस कनेक्शन, पेंशन व पालनहार योजना आदि के लाभ स्वीकृत कराए। शिविर में पार्षद श्री रमेश सोनी, श्री सुरेश गोयल, श्री बलराम हरलानी, श्री सुनिल शर्मा, श्री प्रकाश बंसल, श्री किशन बालानी, श्री प्रदीप अजमेरा, श्री बिशन सिंह सांखला, विजय टाक, श्री राजकुमार दोसाया, कमलेश शर्मा, राम गोपाल, राजेश जैन, विष्णु दत्त आचार्य, विजय जनवानी, मुकेश जैन, पंकज शैली, सिद्धार्थ, राजवीर कुमावत, पवन ठठेरा, पूजा संतवानी, दर्पण सक्सेना, रणजीत सिंह टांक, भरत सांवरिया, अजय धानका, अशोक धानका, हस्तीमल सैन, नोरत कच्छावा, अल्का दोसाया, रमेश चेलानी, सुनिल मोरवानी, धर्मदास हरस्वामी, तरणजीत सिंह, कन्हैयालाल सोनी, शिव सिंह चौहान एवं बैनी शंकर आदि उपस्थित थे।
मिड-डे-मील योजना एवं अन्नपूर्णा दूध योजना का होगा औचक सघन निरीक्षण
जिलेवार अधिकारियों को निरीक्षण करने के दिये निर्देश
अजमेर, 03 अगस्त। विद्यालयों में मिड-डे-मील योजना एवं अन्नपूर्णा दूध योजना के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए जिलेवार औचक सघन निरीक्षण की कार्यवाही की जायेगी।
शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मिड-डे-मील के अंतर्गत विद्यालयों में भोजन की गुणवत्ता और पर्यवेक्षण व्यवस्था के बारे में विशेष रूप से जांच किए जाने और इस संबंध में अधिकारियों को समयबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के प्रत्येक जिले में सघन निरीक्षण के दौरान अन्नपूर्णा दूध योजना के अंतर्गत दूध की गुणवत्ता, दूध उपलब्धता के स्त्रेत, निरीक्षण दिवस को क्रय किये गये दूध की मात्र, लाभान्वितों की संख्या, दूध वितरण के समय आदि के बारे में जानकारी ली जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि विद्यालयों में दूध गुणवत्ता जांच के लिए लेक्टोमीटर है भी अथवा नहीं। साथ ही मिड-डे-मील के अंतर्गत विद्यालयों में खाद्यान्न की स्थिति, विद्यालय में जहां भोजन तैयार होता है वहां की साफ-सफाई, बर्तन, उपलब्ध खाद्यान्न के रख-रखाव, खाद्यान्न भंडारण की समुचित व्यवस्था आदि के बारे में जानकारी ली जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि विद्यालय में तैयार भोजन मैन्यू के अनुसार है भी अथवा नहीं।
श्री देवनानी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल पर राजस्थान वह अग्रणी राज्य है जहां पर दूध पोषाहार की व्यवस्था विद्यालयों में सुनिश्चित की गयी है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे स्वयं विद्यालयों में जाएं और मिड-डे-मील के अंतर्गत विद्यार्थयों को दिए जाने वाले भोजन और दूध पोषाहार की गुणवत्ता की जांच करें। उन्होंने कहा कि औचक सघन निरीक्षण अभियान का उद्देश्य यही है कि मिड-डे-मील और अन्नपूर्णा दूध योजना का व्यवहार में गुणवत्तापूर्ण समुचित लाभ प्रदेश के विद्यार्थियों को मिले। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही अथवा लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि सघन निरीक्षण के लिए जिलेवार विशेष दलों का गठन किया जाएगा। इस संबंध में जिला कलेक्टरों को भी औचक सघन निरीक्षण में शिक्षा अधिकारियों को सहयोग और समन्वय के लिए कहा गया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बैठक आयोजित
अजमेर, 03 अगस्त। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जिला स्तरीय समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
कृषि विभाग के उप निदेशक श्री वी.के.शर्मा ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री फसल योजना के लिए जिले में टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस को अधिकृत किया गया है। इस कमपनी के द्वारा जिले में खरीफ फसल 2018 का बीमा किया जाएगा। अजमेर जिले के लिए बाजरा, काला चना, कपास, चवला, मूंगफली, मक्का, मूंग, तथा तिल फसलों का बीमा किया जाएगा। कम्पनी के द्वारा बिबेक मोहन्ती को जिला प्रबंधक नियुक्त किया गया है। इनके मोबाइल नम्बर 9437281454 है। इसी प्रकार अजमेर जिले के लिए कलस्टर प्रमुख पंकज कुमार (8617235418) है। इनके द्वारा फसल बीमा के दौरान आने वाली समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले की बैंकों के द्वारा किसानों की फसलों के डाटा केन्द्रीय पार्र्टल पर अपलोड किया जाएगा। इस पोर्टल को यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। साथ ही यह पूरी तरह सुरक्षित है। समस्त बैंकर्स को लोगइन आईडी और पासवर्ड जारी किए गए है। इनका उपयोग करके अपलोडिंग की जा सकती है। बीमा के लिए 15 अगस्त तक प्रीमीयम राशि आवश्यक रूप से कम्पनी के खाते मे स्थानान्तरित होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि बाजरा के लिए 31000 रूपए प्रति हैक्टेयर, उड़द के लिए 39000, कपास के लिए 80300, चंवला के लिए 39000, मूंगफली के लिए 57000, ग्वार के लिए 40000, ज्वार के लिए 40200, मक्का के लिए 47200, मूंग के लिए 39000 तथा तिल के लिए 265 00 रूपए प्रति हैक्टेयर बीमित राशि तय की गई है।
इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा, जिला अ्रणी बैंक प्रबंधक श्री आर.पी. अग्रवाल, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के जिला समन्वयक श्री टी.आर जांगीड सहित समस्त बैंकर्स उपस्थित थे।