
भगवंत विश्वविद्यालय छात्रा दुराचार के प्रयास मामले में पीड़ित छात्रा की माने तो उसे लगातार धमकियां दी जा रही है। ये धमकियां उसे मोबाइल फोन पर एसएमएस और ईमेल के जरिये दी गई। पीड़ित छात्रा ने बुधवार को मिडिया के सामने इस बात का खुलासा करते हुए मोबाइल फोन पर भगवंत विश्वविद्यालय के फैकल्टी हेड आशीष कुलश्रेष्ठ द्वारा भेजे गए एसएम्एस और ईमेल को सार्वजनिक किया। पीड़िता की माने तो उसे जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। पीड़िता के अनुसार आशीष ने आंध्रप्रदेश पहंुच कर उसे और उसके परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया। पीड़िता के अनुसार आशीष ने अपने आप को मामले के मुख्य आरोपी और भगवंत विश्वविद्यालय के चैयरमेन अनिल सिंह का प्रतिनिधि बताते हुए एक बार अपने फोन से अनिल सिंह से बातचीत भी करवाई और कहा कि यदि वो समझौता कर लेगी तो अनिल सिंह उस की पढ़ाई और विदेश जाने का खर्चा भी वहन करने को तैयार है।
पीड़िता के अनुसार समझौता हो और आरोपी अनिल सिंह को राहत मिले इसके लिए आशीष ने पीड़िता को ईमेल से कुछ शपथ पत्र के प्रारूप भी भेजे, जिनमें पीड़िता से यह बात कहलवाने का प्रयास किया गया था कि चैयरमेन अनिल सिंह द्वारा उस के साथ किसी भी तरह से दुराचार का कोई प्रयास नहीं किया गया और जो रिपोर्ट लिखवाई गई है वो गलतफहमी में लिखवा दी गई है।
इस मामले में पीड़िता का साथ दे रहे कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल के अनुसार पीड़िता की ओर से आईजी अनिल पालीवाल से मुलाकात कर मांग की गई है कि आशीष कुलश्रेष्ठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाए। डॉ राजकुमार जयपाल के अनुसार वे जल्द ही इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात करेंगे।