कॉरपोरेट फ्रॉड कारोबार का हिस्सा

देश में कॉरपोरेट धोखाधड़ी पिछले दो साल में लगातार बढ़ती जा रही है। इसे रोकने में नाकाम कंपनियां अब इसे कारोबार का हिस्सा मानने लगी हैं। सत्यम कंप्यूटर्स में हुए देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घोटाले के बाद सरकार ने कई कड़े कदम उठाए थे। इसके बावजूद यह बढ़ता ट्रेंड खतरनाक है। ग्लोबल सलाहकार फर्म केपीएमजी के ‘इंडिया फ्रॉड सर्वे-2012’ में चेताया गया है कि अगर इस सोच पर लगाम नहीं लगी तो कंपनियां फर्जीवाड़ा रोकने के प्रयास कम कर देंगी।

इस सर्वे में एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया है कि कंपनियां मानने लगी हैं कि धोखाधड़ी होना तय है। इसलिए वे अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा इसके लिए बचाकर रखने लगी हैं। केपीएमजी के मुताबिक पिछले दो साल में फर्जीवाड़ों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सर्वे में शामिल 55 फीसद कंपनियों ने माना कि उनके यहां दो साल के अंदर किसी न किसी स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ। 2010 में हुए इसी सर्वे में 45 फीसद कंपनियों ने इसे स्वीकारा था।

हाल ही में रीबॉक जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में भी धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। सर्वे में 71 फीसद कंपनियों ने माना कि फर्जीवाड़ा उनके काम का हिस्सा बन चुका है। यदि कारोबार करना है तो इसे स्वीकारना ही होगा। भारतीय कंपनियों ने इस मामले में बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। केपीएमजी के सहयोगी और सहायक प्रमुख [फॉरेंसिक सर्विस] रोहित महाजन ने कहा कि आर्थिक सुस्ती के बीच कंपनियों पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव बहुत बढ़ गया है। यह ऐसी स्थिति है, जब कंपनी में धोखाधड़ी का माहौल तैयार होने लगता है। तकनीक ने फर्जीवाड़े को न केवल आसान बल्कि बड़ा और क्षेत्र विहीन बना दिया है। यह अब कहीं भी और कभी भी संभव है।

इस सर्वे में पीएसयू समेत 293 कंपनियों ने हिस्सा लिया। 94 फीसद कंपनियों ने माना कि फर्जीवाड़ा दिन प्रति दिन बेहद जटिल होता जा रहा है। घूस और भ्रष्टाचार को सबसे ज्यादा 83 फीसद कंपनियों ने खतरनाक माना। इसके बाद ई-कॉमर्स और साइबर व‌र्ल्ड से जुड़े फ्रॉड का नंबर आया है। ज्यादातर कंपनियां इनसे अवगत तो हैं, लेकिन वे नहीं जानतीं कि इनसे निपटा कैसे जाए। वेंडर और एजेंट पर सर्वे में सबसे ज्यादा संदेह जताया गया है। इसके बाद मैनेजमेंट, नॉन मैनेजमेंट, व्यापारिक सहयोगियों और उपभोक्ताओं का नंबर आता है। वित्तीय सेवा, सूचना एवं मनोरंजन क्षेत्र को धोखाधड़ी के लिए सबसे उपयुक्त पाया गया है।

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