कीर्ति पाठकबहुत बधाइयाँ accept कर लीं और आत्ममुग्ध भी हो लिए ? अब धरातल पर आ कर समीक्षा करने का समय आ गया है … हम से गलतियां भी हुई होंगी और व्यवस्था में कमी भी रही होगी, किसी दूसरे की गलती भी हमारी निगाह में ज़रूर आई होगी … अब समय आ गया है आत्मविश्लेषण करने का … यूनाइटेड अजमेर परिवार को यदि बधाई लेने का हक़ है तो आलोचना और ज़िम्मेदारी भी लेनी होगी … पर ये सब सामूहिक रूप से … एक परिवार की भाँति … अब सब साथी हर कमी और गलती को लिख लीजिये , दोषारोपण के रूप में नहीं, अपितु हम सब से हुई गलती या लापरवाही के रूप में उसे लिखना है और साथ ही सिर्फ point out नहीं करना है वरन उसे कैसे सुधारा जाए उस का suggestion भी सोच कर लिखना है , तभी हम सब मिलकर उस गलती को सुधार पाएंगे और UNITED AJMER के स्वस्थ अजमेर कार्यक्रम को और निखरा स्वरुप प्रदान कर पाएंगे … साथ ही जिन जिन साथियों के इस आयोजन में personal पैसे खर्च हुए हैं वे उस का बिल भी समीक्षा बैठक में ज़रूर लाएं , और यदि बिल नहीं है तो उस पैसे का अपने स्वयं के हाथों से लिखा और sign किया नोट बना कर ले आएं … हमें एक दूसरे की नीयत पर कोई शक नहीं है … वे सब बिल मीटिंग में पास किये जाएंगे और उन्हें आयोजन के मद में जोड़े जाने पर वोटिंग कर पास किया जाएगा … मीटिंग की तिथि बाद में … आप सब को पुनः एक सफल आयोजन की बधाई … सादर