परिवर्तन,छुट्टी,विस्तार के साथ पार्टी की छबि पर शाह की नजर
संघ,संगठन तथा पार्टी के सर्वे से आये नतीजों से सब सकते में
डा.लक्ष्मीनारायण वैष्णव
संघ-संगठन दोनो की नजर 2018 के लक्ष्य पर-
आगामी बर्षों में होने वाली लोकसभा एवं विधान सभा चुनावों को लेकर अभी से कमर कसना प्रारंभ हो चुका है। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ भारतीय जनता पार्टी इस लक्ष्य को लेकर योजना ही नहीं बना रहे हैं अपितु इस पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। सूत्र बतलाते हैं कि संघ एवं भाजपा संगठन ने केंद्र एवं भाजपा शासित प्रदेश सरकारों को एकदम स्पष्ट निर्देश दे रखे है। इनका निर्देश है कि अपनी-अपनी सरकार तथा मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर नजर ही नहीं रखें उनको कसते भी रहें ताकि कोई भी एैसा कार्य न हो जिससे जनता में नकारात्मक छबि पार्टी की बने । वैसे आपको बतला दें कि संघ एवं पार्टी संगठन ने लगभग तीन सर्वे इसको लेकर अभी तक कराये हैं। सर्वे के लिये वाकायदा कुछ बिन्दुओं का निर्धारण किया गया था जिसको लेकर अपने-अपने स्तर पर किये गये सर्वेक्षण में रिपोर्ट आ चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनता के मध्य मंत्रियों की क्या छबि है,कार्यकर्ताओं के साथ कैसा व्यवहार है वह उनके कितने संपर्क में रहते हैं। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का कितना क्रियान्वयन करवा पा रहे हैं,संबधित विभाग में अधिकारियों,कर्मचारियों पर कितनी पकड है? इन मंत्रियों के स्टाफ,निज सचिव की कार्यप्रणाली,आरोप-प्रत्यारोप उनकी जनता ,प्रशासन एवं पार्टी में छबि कैसी है?मंत्रियों ने पदभार ग्रहण करने के बाद क्षेत्र,प्रदेश में कितने दौरे किये?शासन की योजनाओं के बारे कितना प्रचार-प्रसार एवं पात्रों को लाभ दिलाने में कितनी मदद की?
क्या हैं शाह के 5 सूत्र
भारतीय जनता पार्टी को लगातार मजबूती प्रदान करने तथा देश के अधिकांश प्रांतों में भाजपा को सत्तारूढ करने की दिशा में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कार्य चल रहा है। लगातार संगठन में कसावट लाते हुये वह एक लक्ष्य को लेकर आगे बढ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्होने विरोधियों की एकजुटता तथा आक्रामकता का पूरी ताकत से जवाब देने के लिए कुछ बिन्दुओं को लेकर योजना बनायी है। बतलाया जाता है कि इसमें इन बिन्दुओं की संख्या पांच रखी गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें नरेंद्र मोदी का चेहरा, सहयोगी संगठनों के नेटवर्क, आर्थिक संसाधन, अत्याधुनिक प्रचार तंत्र और विकास के सपने सम्मिलित हैं। अगर पार्टी के रणनीतिकारों की माने तो कि देश एवं प्रदेश में भाजपा को अजेय बनाए रखने के लिए पार्टी पदाधिकारी इन पांच सूत्रों के आधार पर लक्ष्य को साधा जायेगा।