(जैविक खेती को बढ़ावा दें )
-बलराम हरलानी- ”हर पीली वस्तु सोना नहीं होती“ वैसे ही बाजार में बिकने वाली सब्जियाँ व फल जो दिखने मंे तो बहुत आकर्षक होती हैं वे पोष्टिक व स्वास्थवर्धक हों यह जरुरी नहीं। पैदावार बढ़ाने के लिए कई प्रकार के हानिकारक कैमिकल्स व पदार्थांे का प्रयोग से आमजन के स्वास्थ्य को हानिकारक परिणाम भुगतने पड़ते हैं जो बाद मंे जाकर द्यातक बीमारियांे का रुप ले लेते हैं। जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिये।
यदि आपके घर मंे थोड़ी भी खाली जगह हो तो किचन गार्डन को बढ़ावा देवें, बच्चों को भी सीखायें। अपने पड़ोसियों व मित्रों से अपने-अपने गार्डन में उगी सब्जियों का आदान-प्रदान करें। आपके खर्च में भी कुछ कमी आयेगी। आपका परिवार आत्मनिर्भरता सीखेगा, और इसका आप सभी के स्वास्थ्य पर भी सकरात्मक प्रभाव पड़ेगा।
स्वस्थ्य शरीर ही सम्पन्नता दिलाता है। आप भी सजग रहंें, प्रयोग में आने वाली हर सब्जी, फल आदि को देखकर, सही प्रकार से धोकर व उनके पोष्टिक गुणों के आधार पर इनका चयन करें। आपके परिवार, बच्चों के व आपके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी आपकी है।
मेरी सलाह है कि आप स्वस्थ्य समाज बनाकर राष्ट्र हित में अपना योगदान किसी भी रुप मे देवें।
लेखक का परिचय – एक सफल व्यवसायी, कृषि उपज मंडी के डायरेक्टर, समाज सेवी, पूर्व छात्र सेंट ऐन्सलमस अजमेर।