अब विभिन्न मोर्चो पर डटी अमेरिकी सेना के बीच अमेरिकी महिला फौजियों को भी देखा जा सकेगा। इस फैसले की जानकारी खुद अमरीकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा के हवाले से आई है। उन्होंने कहा है कि अमरीकी महिला सैनिकों को मोर्चे पर भेजने पर लगी रोक को जल्द ही हटा लिया जाएगा। इस बारे में गुरुवार को औपचारिक तौर पर घोषणा की जा सकती है।
इस फैसले के बाद हजारों अमरीकी महिलाओं के लिए मोर्चे पर तैनाती और विशेष कमांडों दस्तों में नियुक्ति संभव हो जाएगी। लियोन पेनेटा ने यह बात एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कही है। गौरतलब है कि 1994 में बने नियम के मुताबिक अभी तक महिलाओं की मोर्चे पर तैनाती पर रोक लगी हुई थी। लेकिन पेनेटा के फैसले के बाद इस रोक को हटा लिया जाएगा और महिलाओं को भी मोर्चे पर पुरुष साथियों के साथ तैनात किया जा सकेगा। इस बारे में आज औपचारिक तौर पर घोषणा की जा सकती है।
हालांकि इस फैसले के बावजूद नेवी सील्स और डेल्टा फोर्स जैसी विशेष टुकड़ियों में महिलाओं की तैनाती के लिए अभी कुछ और इंतजार करना होगा। लेकिन दूसरे मोर्चो पर महिलाओं के लिए दो लाख तीस हजार पद भरे जा सकेंगे।
पेनेटा के इस फैसले का कई स्तर पर स्वागत हो रहा है। सीनेट की सशस्त्र समिति के अध्यक्ष कार्ल लेविन ने कहा है कि वह इसका समर्थन करते हैं और इसमें
21वीं सदी के सैन्य अभ्यासों की वास्तविकता झलकती है। इस फैसले के बाबत यूं तो शुरुआत पिछले वर्ष ही हो गई थी, लेकिन अब इसको अमलीजामा पहनाया जा सकेगा। इससे पहले पिछले वर्ष नवंबर में भी इस तरह के फैसले के लिए कुछ महिला समूहों ने मोर्चे पर तैनाती से जुड़े प्रतिबंध को असंवैधानिक बताते हुए अमरीकी रक्षा मंत्रालय पर मुकदमा कर दिया था। गौरतलब है कि 14 लाख की संख्या वाली अमेरिकी फौज में करीब 14 प्रतिशत महिलाएं हैं।