राष्ट्रपिता महात्मा गाधी की समाधि राजघाट पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के लड़खड़ाकर गिरने की घटना ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
विभिन्न समाचार माध्यमों ने इस घटना के बहाने जहा जूतों के कारण जूलिया को बार-बार हो रही परेशानी का जिक्र किया है वहीं गाधीजी के समाधि स्थल पर गिर जाने के बाद उनके हास्यबोध की तारीफ भी की है।
कुछ अखबारों ने इस घटना पर मजाकिया टिप्पणिया भी की हैं। सोशल साइट्स में इस घटना का वीडियो भी हिट हो गया है। उक्त घटना के बाद गिलार्ड ने कहा था कि मेरे जूते घास में फंस गए, वे जोर लगाने पर भी नहीं निकले और फिर वही हुआ जो आप सबने अभी-अभी देखा। एक ऑस्ट्रेलियाई समाचार पत्र के अनुसार, प्रधानमंत्री ने बूट पहनने की सलाह यह कहते हुए खारिज कर दी कि ऐसा करने पर ऑस्ट्रेलियाई फैशन विशेषज्ञों को यह कहने का मौका मिल जाएगा कि स्कर्ट के साथ बूटों का क्या मेल? ऑस्ट्रेलिया की जूते बनाने वाली एक कंपनी ने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री ने हमारे बनाए जूते पहने होते तो वे गिरने से बच सकती थीं। इस कंपनी ने जूलिया को कुछ जोड़ी जूते भेंट करने का दावा भी किया है। इसके पहले जूलिया दो बार अपने जूते खो चुकी हैं। एक बार कैनबरा में एक प्रदर्शन में फंस जाने के कारण और दूसरी बार सिडनी में एक समारोह के दौरान।