अपने नौकर के यौन शोषण के आरोप में पहले उनका मंत्री पद गया। फिर पार्टी से भी निष्कासित कर दिये गये और अब मध्य प्रदेश का वित्त मंत्री पद गंवाने वाले राघवजी को आज भोपाल पुलिस ने पुराने शहर के कोहेफिजा इलाके में स्थित एक फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) उपेन्द्र जैन ने यह जानकारी देते हुए आज यहां बताया कि राघवजी के पीड़ित नौकर राजकुमार दांगी की रिपोर्ट के बाद से ही भोपाल पुलिस राघवजी की तलाश कर रही थी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए गठित विशेष पुलिस टीम को मिली सूचना के आधार पर कई स्थानों पर छापामारी की गई, लेकिन आज सुबह यह पता चला कि राघवजी कोहेफिजा इलाके में अपने एक परिचित के फ्लैट पर छिपे हुए हैं। जैन ने कहा कि पुलिस टीम जब इस फ्लैट पर पहुंची और दरवाजा खटखटाया, तो किसी ने खोला नहीं, इस बीच आभास हुआ कि फ्लैट के दरवाजे पर ‘लैच लॉक’ लगा हुआ है। पुलिस ने इसके बाद ताला तोड़ा और वहां तलाशी लेने पर राघवजी मिल गए, जिन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें हबीबगंज पुलिस थाना लाया गया है, जहां राजकुमार ने शिकायत जर्ज करवाई है। राघव जी मध्य प्रदेश में भाजपा के कद्दावर नेताओं में रहे हैं और बीते एक दशक से वे राज्य में बतौर वित्त मंत्री काम कर रहे थे।
इससे पहले रविवार को मीडिया के सामने आये राजकुमार ने खुलासा किया था कि सरकारी नौकरी का लालच देकर राघवजी उसका पिछले साढ़े तीन साल से दैहिक शोषण कर रहे थे। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ‘राहुल’ के सरकारी निवास पर अपने चाचा एवं भाई के साथ मीडिया के सामने आए राजकुमार ने विस्तार से अपनी कहानी सुनाते हुए संवाददाताओं से कहा था कि राघवजी के अलावा पिछले 22 साल से उनके सरकारी बंगले पर काम कर रहे शेरसिंह चौहान एवं उसके साले सुरेश चौहान भी उसे डरा-धमका कर यौन शोषण करते थे। उसने आरोप लगाया कि शेरसिंह चौहान की पत्नी रेखा चौहान से भी राघवजी के अनैतिक संबंध थे। उसने कहा कि वह गरीब किसान परिवार का लड़का है और उसकी दो बहनें एवं तीन भाई हैं। दसवीं के बाद वह विदिशा जिले के अपने गांव तुमईयां से मण्डीदीप में काम की तलाश में आया और छोटा-मोटा काम करते हुए उसने स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की।
राजकुमार ने कहा कि चूंकि तत्कालीन वित्त मंत्री राघवजी उसके क्षेत्र के हैं, इसलिए वह वर्ष 2010 में उनके सरकारी आवास पर पहुंचा, जहां शेरसिंह से उसकी मुलाकात हुई। उसने राघवजी से उसकी मुलाकात कराई और उन्होंने सितंबर 2010 में सोम डिस्टलरी में सहायक लेखापाल की नौकरी उसे दिला दी। उसने बताया कि इसी दौरान शेरसिंह ने उसे यह कहकर बंगले पर बुलवा लिया कि यहां रहकर राघवजी की सेवा करना और उनके हाथ-पांव दबाना.. धीरे से उसे सरकारी नौकरी भी दिला दी जाएगी। उसने उसका कहना मान लिया और राघवजी के सरकारी बंगले के एक कमरे में रहने लगा, इस दौरान वह तेल मालिश कराने के साथ ही उससे हाथ-पांव दबवाते रहे। राघवजी के नौकर ने कहा कि लगभग छह माह बाद उन्होंने (राघवजी) तेल मालिश के दौरान अपने निजी अंगों पर भी मालिश करने को कहा, उसे अटपटा लगा, लेकिन नौकरी के प्रलोभन में वह चुपचाप यह अन्याय सहता रहा। इस बीच शेरसिंह एवं सुरेश ने भी उसका यौन शोषण किया। उसने देखा कि शेरसिंह की पत्नी रेखा के भी राघवजी से अनैतिक संबंध थे।
रविवार को ही मीडिया के सामने राजकुमार ने कहा था कि राघोजी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और उसका बयान किसी मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया जाए।