उदयपुर। भारत विकास परिषद् प्रताप के संरक्षक डॉ. सत्यनारायण माहेश्वरी नें कहा कि जनसंख्या में भारी वृद्धि के कारण विश्व पर्यावरण मे असंतुलन हो गया है। इस कारण प्राकृतिक संसाधनों का अति दोहन हो रहा है। उर्जा की मांग गुणात्मक रूप से बढ़ रही है। मौसम चक्र में अनियमित परिवर्तन हो रहे है। जनसंख्या में भारी वृद्धि पृथ्वी के लिए सबसे बड़ा खतरा है। भारत विकास परिषद प्रताप नें पृथ्वी दिवस के अवसर पर धरती माँ की रक्षा के लिए संकल्प संगोष्ठी का आयोजन गुलाब बाग में किया । परिषद के सभी सदस्यों ने जनसंख्या नियंत्रण एवं पर्यावरण प्रबंधन में योगदान देने के लिये संकल्प लिया। भाविप प्रताप जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों के प्रति सजगता के लिए प्रयास करेगी। इस अवसर पर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र मे सामाजिक चेतना जागृत करने के लिए दिल्ली के विजय आनन्द का अभिनंदन किया गया । संगोष्ठी का संचालन सचिव आशा कोठारी नें किया। पूर्व सचिव सुशीला मेहता, दिनेश महात्मा, भुवनेश माहेश्वरी , दीपक जैन नें भी परिचर्चा में भाग लिया ।
